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डॉ अमरदीप, अध्यक्ष, बिहार बाल संरक्षण आयोग |
मुरलीगंज स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय में चौथी कक्षा की छात्रा सपना कुमारी (8 वर्ष) की संदेहास्पद मौत के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोमवार 3 फरवरी को सपना की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है, जो मामले की गहराई से जांच कर रही है.
शनिवार, 22 फरवरी को बिहार बाल संरक्षण आयोग, पटना के अध्यक्ष डॉ. अमरदीप ने विद्यालय का निरीक्षण किया और मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की. निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया, "आयोग ने सभी बिंदुओं पर जांच की है और संबंधित लोगों से पूछताछ की है. हम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे हैं और आश्वस्त हैं कि सपना को न्याय अवश्य मिलेगा."
विद्यालय प्रशासन के अनुसार, सपना को अचानक पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई थी, जिसके बाद उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, सपना के परिवार ने मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
एसआईटी की प्रारंभिक जांच के अनुसार, सपना की मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. साथ ही विद्यालय के स्टाफ और सपना की सहपाठियों से भी पूछताछ की जा रही है.
डॉ. अमरदीप ने आगे कहा, "हम हर पहलू पर जांच कर रहे हैं, चाहे वह स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी हो, भोजन की गुणवत्ता हो, या किसी अन्य तरह की लापरवाही. आयोग का लक्ष्य है कि किसी भी बच्चे के साथ अन्याय न हो और दोषियों को सजा मिले"
इस घटना ने विद्यालय के अन्य अभिभावकों में भी चिंता पैदा कर दी है. वे अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जांच के निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे.
फिलहाल, पूरा मामला जांच के अधीन है और एसआईटी अपनी रिपोर्ट जल्द ही प्रशासन को सौंपने वाली है. सपना की असमय मृत्यु ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि जांच के नतीजे में क्या सामने आता है और न्याय कब तक मिलता है.

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