पुत्री की कामयाबी पर खुशी का इजहार करते हुए सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक शत्रुघ्न प्रसाद यादव एवं आदर्श मध्य विद्यालय मुरलीगंज में शिक्षिका के रूप में तैनात मीरा कुमारी ने कहा कि बचपन से ही काफी लगन शील और पढ़ाई के विषय में विशेष दिलचस्पी रखती थी या बाहरी दुनिया से इन्हें कोई मतलब नहीं नहीं रखती थी।
वही निशा आनंद ने बताया कि पहली बार 56-59 वीं की मुख्य परीक्षा तक गई थी, दूसरी बार 60- 62 वीं में भी मुख्य परीक्षा तक चयनित हुई थी. इस 64 वी की परीक्षा में अंतिम सफलता मिली.
जानकारी देते हुए कहा कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा ठाकुर उच्च विद्यालय जानकीनगर से हुई. पुनः बी एल हाई स्कूल माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इंटरमीडिएट मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा से किया. पुनः ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए पटना कॉलेज पटना इतिहास प्रतिष्ठा में उत्तीर्णता प्राप्त करने के बाद स्नातकोत्तर के साथ प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने लगी साथ-साथ नेट और वेट भी किया।
वहीं निशा आनंद ने बताया 2011 में वह शिक्षक के रूप में भी चयनित हुई थी और चयन होने के उपरांत उन्होंने तत्काल विद्यालय ज्वाइन किया. बताया कि शिक्षा सेवा में तो हमारे परिवार के सभी सदस्य जुड़े हैं और माता-पिता को हम से उम्मीद थी और वह एक पदाधिकारी के रूप में मुझे देखना चाहते थे. बचपन में हमने देखा था कि स्कूल में जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी स्कूल निरीक्षण के लिए पहुंचते थे तो उनका रुतबा कुछ और होता था उसी दिन हमने अपने दिलो-दिमाग में यह बैठा लिया था कि हमें पदाधिकारी ही बनना है. हमें वर्तमान में समाज कल्याण पदाधिकारी पटना शशि भूषण कुमार ने तैयारी से लेकर पढ़ाई तक में एक गुरुजन की तरह दिशा निर्देश दिया. हमारी एक दोस्त है वह भी इस बार अंचलाधिकारी के रूप में चयनित हुई है उनसे भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।
वहीं उन्होंने कहा कि बेटी आज माता पिता के लिए बोझ नहीं होती है. हर माता-पिता को या होना चाहिए कि वह बेटियों को भी उतनी ही शिक्षा दे जितना वह बेटों को दे रहे हैं। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी हमारी चल रही है और आगे भी हम प्रयासरत रहेंगे.
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