दिल्ली से साइकिल चला कर घर लौट रहे छ: मजदूरों को भेजा गया क्वॉरेंटाइन सेंटर: 15 अप्रैल को चले थे दिल्ली से

ये अपने आप में आश्चर्य है और कष्ट देने वाली खबर भी. दिल्ली से 1307 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय किया है 11 दिनों में 6 मजदूरों ने और जब पहुंचे मधेपुरा जिले के मुरलीगंज तो भेजे कम्युनिटी क्वॉरेंटाइन सेंटर. हालांकि इन्होने बताया कि वे अपने घर कटिहार जा रहे थे.

मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के एनएच 107 बेंगा पुल के पास मुरलीगंज बस स्टैंड के करीब रात के 8:30 बजे 12 युवक पर मधेपुरा टाइम्स के संवाददाता की नजर पड़ी तो पूछा कि आप लोग कहां से आ रहे हो तो साइकिल सवार ने पहले कहा हम सहरसा से आ रहे हैं. मोटरसाइकिल की लाइट में उसकी साइकिल नई दिखी. फिर कुछ दूर आगे बढ़ने पर एक और साइकिल सवार से पूछा तो उसने बताया कि वह भी बगल से ही आ रहा है. कुछ दूर आगे बढ़ने पर तीसरे साइकिल सवार ने बताया कि हम मुजफ्फरपुर से आ रहे हैं. शक गहराता गया तो पत्रकार द्वारा गहराई से पूछने पर जल्द ही उसने कबूल किया कि वे साइकिल से दिल्ली से लौट रहे हैं और वे अपने घर कटिहार के प्राणपुर प्रखंड स्थित गौरीपुर पंचायत के गांव जा रहे हैं. बताया कि वे दिल्ली में रहकर राजमिस्त्री के साथ मजदूरी का काम किया करते थे और वे लोग दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बाद वहां से बचकर निकले हैं।

तब उन लोगों को रोककर इसकी सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी को दी। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा मामले के बारे में मुरलीगंज थाना को सूचित किया गया एवं पेट्रोलिंग पार्टी को वहां भेज सभी को स्वास्थ्य परीक्षण हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुरलीगंज लाया गया. जहां मौके पर मौजूद डॉक्टर राजेश एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक शहाबुद्दीन द्वारा जांच उपरांत उन्हें कम्युनिटी क्वॉरेंटाइन सेंटर पड़वा नवटोल भेज दिया गया. मजदूरों ने अपना नाम (1) अशोक यादव (2) अनिल कुमार यादव (3) सपन कुमार यादव ( 4) संजय कुमार यादव (5) नयन कुमार यादव (6) राजेश यादव बताया और ये छ: व्यक्ति चार साइकिल से आ रहे थे.

 वहीँ डाक्टर राजेश ने स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत बताया कि इन लोगों की स्थिति अभी सामान्य है. प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा कि इनके अनुसार इन्हें दिल्ली से यहां तक में कहीं नहीं रोका गया और न ही उनके स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जो बड़े घोर आश्चर्य की बात है।

जो भी हो, ऐसे संकट की घड़ी में अदम्य साहस का परिचय देते हुए सायकिल से इतनी बड़ी दूरी तय करना बेहद आश्चर्यजनक है पर ये इनके पलायन के दर्द की व्यथा-कथा बताने के लिए भी काफी है.
दिल्ली से साइकिल चला कर घर लौट रहे छ: मजदूरों को भेजा गया क्वॉरेंटाइन सेंटर: 15 अप्रैल को चले थे दिल्ली से दिल्ली से साइकिल चला कर घर लौट रहे छ: मजदूरों को भेजा गया क्वॉरेंटाइन सेंटर: 15 अप्रैल को चले थे दिल्ली से Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 25, 2020 Rating: 5

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