कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक संजय झा ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है. इसलिए बच्चों को स्वस्थ होना जरूरी है. बच्चों को पढ़ाने के लिए पहले सेविकाओं को बच्चा बनना पड़ेगा. इसके बाद बच्चे को खेल के माध्यम से पढ़ाने पर बच्चे आसानी से सीख जाएंगे. साथ ही मानव जीवन चक्र में पोषण की भूमिका के अलावा कई बिंदु कर विस्तृत रुप से बताया गया.
वहीं प्रखंड समन्वक राजेश कुमार द्वारा सभी सेविकाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत आवेदनों को ऑनलाइन करने के लिए प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया गया एवं भुगतान के संबंध में अधिकतम स्थिति पता करने हेतु बताया गया.
महिला पर्यवेक्षिका रीता कुमारी, शहिना प्रवीण, रुकसाना खातुन द्वारा तीन से 6 वर्ष के बच्चों के लिये पोशन, व्यक्तिगत एवं वातावरणीय स्वछता के बारे में बताया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम में सेविका शिलम देवी, ज्ञानमाला कुमारी, विभा कुमारी, श्यामा कुमारी, कंचन के साथ-साथ सैंकड़ों सेविका मौजूद थीं.

No comments: