निगरानी अन्वेषण ब्यूरो बुधवार को मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज मुख्यालय में छापेमारी कर अनुमंडल नीलाम पत्र पदाधिकारी के प्रधान सहायक को पचास हजार रुपए का रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार सहायक को जिला मुख्यालय के आईबी लाया गया जहां सारी प्रकिया के बाद पटना ले ले जाया गया. निगरानी की कार्रवाई से कथित रिश्वत लेने वाले पदाधिकारी, कर्मचारी में हड़कंप मच गया.
मालूम हो कि आलमनगर के मघैली गांव के निवासी सह सेवानिवृत स्कूल के प्रधानाचार्य निरंजन कुमार ने निगरानी विभाग को आवेदन देकर सेवा काल में स्कूल भवन निर्माण कार्य में उनके खिलाफ कथित अनियमितता का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ सर्टीफिकेट केस की कार्रवाई की गयी थी. इसी कार्रवाई के निष्पादन के लिए सहायक नीलाम पत्र पदाधिकारी उदाकिशुनगंज के प्रधान सहायक विन्देश्वरी सादा ने मामले का निष्पादन के लिए पचास हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी. इसी घटना की शिकायत प्रधानाचार्य ने निगरानी से की थी.
निगरानी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पहले मामले की रेकी की और टीम ने शिकायत सत्य पाया.
निगरानी टीम ने मंगलवार की रात निगरानी के डीएसपी सुरेन्द्र कुमार मौवाल के नेतृत्व में पंद्रह सदस्यीय टीम उदाकिशुनगंज पहुंच कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया. सुबह 9 बजे पीड़ित को निगरानी ने पचास हजार रुपए देकर सहायक को फोन किया तो सहायक ने उदाकिशुनगंज चौक स्थित सागर होटल के पास एक चाय के दूकान पर बुलाया. निगरानी टीम ने तत्काल सादे लिबास में चाय के दूकान के आसपास घेराबंदी की.पूर्व प्रधानाचार्य श्री कुमार ने रूपये लेकर बुलाये गये चाय की दूकान पर पहुंच कर सहायक को रूपया दिया तो सहायक चाय की दूकान पर रूपये की गिनती शुरू की. इसी बीच निगरानी टीम सहायक ने उसे दबोच लिया. घटना को लेकर लोगों को जबतक कुछ पता होता तब तक निगरानी उन्हें गाड़ी पर बैठा कर जिला मुख्यालय के लिए कूच कर गई. निगरानी की कार्रवाई की खबर आग की तरह फैल गयी. दिन भर कर्मचारी, पदाधिकारी और आम लोगों में निगरानी की कार्रवाई की खबर चर्चा का विषय बना रहा.
निगरानी डीएसपी सुरेन्द्र कुमार मौवाल ने बताया कि पीड़ित आलमनगर के मघैली गांव का रहने वाला सेवानिवृत एच.एम. निरंजन कुमार सेवा काल में स्कूल भवन निर्माण को लेकर एफआईआर और सर्टीफिकेट केस दर्ज हुआ था. सर्टीफिकेट केस खत्म करने के लिए सहायक द्वारा पचास हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी. घटना की जांच करायी गयी तो मामला सत्य पाये जाने पर कार्रवाई की गयी.
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तारी की सारी प्रकिया पूरी कर ली गयी है. आरोपी को पटना ले जाया जा रहा है. छापेमारी टीम में डीएसपी के अलावे इंस्पेक्टर संजय कुमार चतुर्वेदी, मुरारी प्रसाद, शालिग्राम कुमार, गणेश कुमार, राजीव कुमार सहित पंद्रह पुलिस बल शामिल थे.
(रिपोर्ट: संजय कुमार के साथ पियूष राज)

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