'सामाजिक योद्धा थे कर्पूरी ठाकुर': छात्र राजद कार्यकर्ताओं ने मनाया जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन

मधेपुरा में आज शुक्रवार को छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने हर्षोल्लासपूर्वक जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन मनाया. 


इस मौके पर जिला मुख्यालय के कर्पूरी ठाकुर प्रतिमा स्थल पर अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय प्रधानमहासचिव जापानी यादव ने बताया कि कर्पूरी ठाकुर का जीवन ताउम्र संघर्षमय रहा. 1978 में बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें हाशिये पर धकेल दिया गया. सरकारी नौकरियों में 26 प्रतिशत आरक्षण लागू किया तो उन्हें क्या-क्या न कहा गया. लोग उनकी मां-बहन, बेटी-बहू का नाम लेकर भद्दी गालियां देते. अभिजात्य वर्ग के लोग उन पर तंज कसते हुए कहते - कर कर्पूरी कर पूरा, छोड़ गद्दी, धर उस्तरा. यह तंज इसलिए कि कर्पूरी ठाकुर नाई समुदाय से ताल्लुक रखते थे. 1977 में वे दोबारा मुख्यमंत्री बने तो एससी-एसटी के अलावा ओबीसी के लिए आरक्षण लागू करने वाला बिहार देश का पहला सूबा बना. 1984 के एक अपवाद को छोड़ दें तो वे कभी चुनाव नहीं हारे.

वहीं मौके पर मौजूद विश्वविद्यालय कौंसिल मेंबर माधव कुमार तथा नीतीश यदुवंशी ने भी  जननायक कर्पूरी ठाकुर को महान व्यक्तित्व धनी बताया.

प्रतिमा स्थल पर अक्षय कुमार, सीटू सेम, अंकेश कुमार, रंजीत यादव, मनीष कुमार, पवन कुमार, सिंटू कुमार, रोशन कुमार इत्यादि और भारी संख्या में छात्र मौजूद थे. (नि. सं.)
'सामाजिक योद्धा थे कर्पूरी ठाकुर': छात्र राजद कार्यकर्ताओं ने मनाया जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन 'सामाजिक योद्धा थे कर्पूरी ठाकुर':  छात्र राजद कार्यकर्ताओं ने मनाया जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 24, 2020 Rating: 5

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