मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में
प्रशासन ने छठ पूजा को
लेकर मुक्कमल तैयारी की है ।व्यवस्था में किसी प्रकार की चुक न हो इसका विशेष
ध्यान रखा जा रहा है । बड़ी
नदी के छठ घाट की निगरानी
नाव और बोट से की जाएगी ।
घाट
पर गोताखोर को लगाया गया है । पर्व
को लेकर जगह जगह बैरिकेटिंग लगाया
गया है । पर्व
के दौरान अनुमंडल क्षेत्र
में पड़ने वाले जिले की सीमा सील रहेगी । सीमा क्षेत्र के
17 जगहों
पर बेरियर लगाया गया है। बेरियर
पर चौकीदार की प्रतिनियुक्ति की गई है। सड़क किनारे के घाट के पास बैरिकेटिंग लगाया गया
है। पर्व
के दौरान घाट मार्ग के रास्ते से किसी वाहन को गुजरने की अनुमति नही दी जाएगी ।
एसडीएम एसजेड हसन और एसडीपीओ अरूण कुमार
दुबे ने संयुक्त रूप से बताया कि छठ को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी की है ।
व्रतियों एवं श्रद्धालुओं का विशेष ख्याल
रखा जा रहा है । आमजन
से सहयोग की अपील की गई है । एसडीएम
ने कहा कि चार घाट को खतरनाक चिन्हित कर मुक्कमल व्यवस्थाएं की गई है । चौसा के चिरौरी,
अजगैवा और फुलौत आलमनगर के बड़ी धार घाट को खतरनाक माना गया है । इन घाटों पर प्रशासन की विशेष नजर
रहेगी । घाट
की साफ-सफाई और रोशनी के प्रबंध किए गए है। भीड वाले स्थल पर ध्वनि
विस्तारक यंत्र की व्यवस्था की गई है । घाट प्रशासन की ओर से शिविर लगाया जाएगा । पर्व को लेकर नियंत्रण कक्ष
स्थापित किया गया है । पांच
सौ तक के भीड वाले जगह पर बैरिकेटिंग
लगाया गया है । चार फीट से अधिक गहरे
पानी वाले घाट पर निगरानी रखी जा रही है । पांच सौ से एक हजार और
उससे अधिक भीड वाले घाट पर प्रशासन की ओर से शिविर लगाया जाएगा । शिविर में चौकीदार की
प्रतिनियुक्ति की गई है । विधि
व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने सभी अधिकारी और कर्मियो को निर्देश जारी कर रखा है । एसडीएम ने यह भी कहा कि प्रतिनियुक्त
दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के ड्यूटी स्थल पर से गायब रहने की स्थिति में
कार्रवाई की जाएगी । कुल मिलाकर
उदाकिशुनगंज अनुमंडल में भी छठ की तैयारी ढंग से कर ली गई है.
(रिपोर्ट: कुमारी
मंजू)
पूजा के दिन जिले की सीमा रहेगी सील, नाव और बोट से की जाएगी छठ घाट की निगरानी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 25, 2017
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