इस अवसर पर विधायक चंद्रहास चौपाल ने मनुवादी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा मनुस्मृति में शूद्र के लिए कठोर दंड की व्यवस्था थी. शूद्र की अगर कोई ब्राह्मण हत्या कर दे तो दान करके दंड से मुक्ति मिल जाती थी. वहीं क्षत्रियों के हत्या पर एक सौ गाय दान करने से पाप धुल जाता था. इसको तोड़ने का काम बाबा साहेब अंबेडकर ने किया. उन्होंने संविधान में मानव-मानव में कोई भेद नहीं रहे, यह काम किया और छुआछूत प्रथा को खत्म करने का काम किया.
उन्होंने कहा आज लालू प्रसाद नहीं होते तो पिछड़ों को न्याय नहीं मिलता. उन्होंने गरीब के बेटा को पढ़ाने का अभियान शुरू किया और चरवाहा विद्यालय खोला. जो शिक्षा का दूध पिया वह शेर की तरह दहाड़ेगा. लालू प्रसाद अगर गरीब का आवाज नहीं उठाते तो जेल में नहीं होता. समाज में नफरत फैलाने वाले का रथ भी लालू प्रसाद ने ही रोका था. उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलेगा. उन्होंने कहा कि चारा घोटाला में भी दो तरफ की नीति देखने को मिला. जब एक ही मामले में लालू प्रसाद को जेल और जगरनाथ मिश्रा को बेल क्या यही न्याय है. इसलिए आज अंबेडकर पर परिचर्चा की आवश्यकता है.
पूर्व मंत्री बिहार सरकार अशोक कुमार सिंह ने भी भाजपा सरकार को जम कर कोसा तथा 7 अप्रैल को राजद के संगठनात्मक चुनाव को राजद बिहार के संगठन प्रभारी सह महा मंत्री राजेश यादव द्वारा विधायक चंद्रहास चौपाल के शिकायत पर अनियमिता को लेकर चुनाव को अवैध घोषित कर दिया था. इसके बाद भी वह अलग से कोई कार्यक्रम करता है तो प्रखंड अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष सभी को चिन्हित कर उसकी सूचना कार्यालय को दें ताकि पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उन लोगों पर कार्रवाई की जा सके.
मौके पर दिनेश कुमार यादव, जिलाध्यक्ष जय कांत यादव, प्रदेश सचिव देवेश कुमार सिंह, राजद के वरिष्ठ नेता रामकृष्ण पोद्दार, अरविंद कुमार यादव, व्यापार मंडल अध्यक्ष सह सुखासन पैक्स अध्यक्ष शिवचंद चौधरी, लुकमान आलम, अजय कुमार, पप्पू कुमार सिंह, कोमल कुमारी रमेश कुमार यादव, सफीक आलम, संत गंगा दास, मुखिया रामपट्टी विजय कुमार सिंह, कमरगामा जय कृष्ण शर्मा, भवानीपुर प्रवीण कुमार, प्रतिनिधि ईटहरी गहुमनी पिंटु कुमार, पंसस इटहरी गोहमनी जयकांत कुमार, मानपुर अर्जुन आलोक, कमरगामा मनीष कुमार, प्रतिनिधि पटोरी मनीष कुमार, सुदेश शर्मा मौजूद थे.

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