फोर्टीफाइड चावल के अभाव में क्रय प्रभावित, सरकार के महत्वाकांक्षी योजना पर भी संकट

देश से कुपोषण दूर करने के लिए पीएम मोदी ने पीडीएस और मिड डे मिल योजना के जरिये फोर्टीफाइड युक्त चावल देने की तयारी में है लेकिन अब जब बिहार में धान की फसल पैक्स के माध्यम से राईस मिल तक पहुँच रही है तो चावल में मिलाने के लिए फोर्टीफाइड ही एसएफसी द्वारा मिलरो को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। लिहाजा एक ओर क्रय प्रभावित हो रहा दूसरी तरफ सरकार के महत्वाकांक्षी योजना पर भी संकट मंडरा रहा है। सिंहेश्वर प्रखंड के सभी राईस मिलों का कामोबेश यही हाल है।

सरकार के पोषण युक्त चावल देने की योजना पर ग्रहण

मालूम हो कि सरकार ने राईस मिलों को चावल में पोषक तत्व की मात्रा उपलब्ध हो ताकि भोजन में सभी को पोषक तत्व मिल सके। इसके लिए विटामिन युक्त चावल मिले उसके लिए 1 बोरा में 1 किलो फोर्टीफाइड युक्त चावल मिलाने का निर्देश दिया है। लेकिन विभाग द्वारा सही मात्रा में फोर्टिफाईड चावल नही मिलने के कारण राईस मिलों से चावल का उठाव बंद हैं। जिसका असर राईस मिलों के संचालन के साथ साथ घान की खरीद पर पड़ रहा है।

राईस मीलों को नहीं मिल रहा फोर्टीफाइड चावल

राईस मिलो को फोर्टीफाइड चावल नहीं मिल रहा है। इस बाबत सभी राइस मिलों को 3 लॉट का लगभग 10 किंवटल फोर्टीफाइड चावल उपलब्ध कराया गया था। जिसका चावल जमा भी करा दिया गया है। फोर्टीफाइड चावल के आभाव में मिलिंग भी  प्रभावित हो रही। जिसके कारण पैक्स द्वारा धान क्रय का चेन भी टूट रहा है।

अधिकारी मौन, किसान परेशान 

इस बाबत अधिकारी कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं। और धान को बेचने के लिए किसान परेशान नजर आ रहे हैं। रूपौली पैक्स अध्यक्ष गजेंद्र यादव ने बताया कि राईस मिल और पैक्स धान से भरा हुआ है। जिसके कारण किसानों से धान की खरीद नही हो पा रही है। जिसके कारण किसान पैक्स से घान वापस घर ले जा रहे हैं। चावल का उठाव नही होगा तो घान की खरीद कैसे होगी।

आयरन, जिंक, विटामिन्स से लैश होगा पीडीएस का चावल

पीएम मोदी ने आने वाले समय में पीडीएस और मिड डे मिल के जरिये गरीब लोगों तक पोषण युक्त चावल पहुँचाने की घोषणा की है. इस योजना को अमला में लाने के लिए बिहार में सरकार द्वारा खरीदे गए धान में मिलिंग के वक्त 1 प्रतिशत फोर्टीफाइड चावल मिलाने की योजना है। लेकिन डिमांड के मुताबिक फोर्टीफाइड चावल एसएफसी द्वारा उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण जिले में मिलिंग प्रभावित हो रही है। इसका असर ये हो रहा है कि किसानों से ख़रीदे गए धान का चावल नहीं बन पाने की वजह से पैक्स आदि द्वारा किसानों से धान भी  सही तरीके से नहीं ख़रीदा जा रहा है... क्योंकि एसऍफ़सी में चावल पर ही आगे पेमेंट होने की व्यवस्था है।

फोर्टीफाइड चावल की अनुपलब्धता पर जिले के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। बताया जाता है कि इस बार जिले में 1 लाख 19 हजार एमटी के करीब धान क्रय का लक्ष्य है। इस हिसाब से करीब एक हजार एमटी फोर्टीफाइड चावल की जरुरत है लेकिन जिले को करीब 159 एमटी ही फोर्टीफाइड चावल मिलाने के लिए उपलब्ध कराया गया। वही जानकार केंद्र की मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को देश में कुपोषण से लड़ने की सबसे बेहतर योजना बता रहे हैं। वो भी तब जब देश कि हर दूसरी महिला खून की कमी से जूझ रही है और हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार हो रहा है।

दीपक कुमार , शिव शक्ति राईस मिल के प्रोपराइटर के पुत्र ने बताया कि 10 क्विंटल फोर्टीफाइड चावल दिया गया। उतना चावल जमा करा चुके हैं। फोर्टिफाईड चावल नही मिलने के कारण हमारा मिल बंद हैं। मिल का मजदूर भी बैठा हुआ है। 

फोर्टीफाइड चावल

मनोज मंडल, माँ शक्ति राईस मिल के प्रोपराइटर ने बताया कि बीच में कुछ लॉट बिना फोर्टिफाईड के जमा करने का निर्देश मिला था। जिसमें कुछ लॉट चावल जमा करा दिया गया है। अब फोर्टीफाइड चावल का इंतजार किया जा रहा है। 

मंटु भगत मानपुर ने बताया कि 20 किंवटल फोर्टीफाइड चावल दिया गया था। उतना चावल एसएफसी को जमा करा दिया गया है। अब एसटीआर नही मिल रहा है। जिसके कारण चावल नही गिराया जा रहा है। जिसके कारण मिल प्रभावित हो रहा है।

जय हनुमान राईस मिल के प्रोपराइटर सह सुखासन पैक्स अध्यक्ष शिवचंद चौधरी ने बताया कि 10 दिन पहले 3 लॉट का फोर्टिफाईड चावल दिया गया। इस मिल की क्षमता प्रतिदिन 5 लोड की है। और विभाग द्वारा फोर्टिफाईड चावल नही दिया जा रहा है। जिसके कारण मिलिंग के साथ साथ धान की खरीद भी प्रभावित हो रही है।

फोर्टीफाइड चावल के अभाव में क्रय प्रभावित, सरकार के महत्वाकांक्षी योजना पर भी संकट फोर्टीफाइड चावल के अभाव में क्रय प्रभावित, सरकार के महत्वाकांक्षी योजना पर भी संकट Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 31, 2022 Rating: 5

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