बताया जाता है लौआलगान पश्चिमी पंचायत के वार्ड नंबर छ: निवासी सुनील पंडित के डेढ़ वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार संध्या करीब पांच बजे खेलते खेलते अपने घर के पीछे चला गया जहां काली वो बड़ी ततैया बिढ़नी टट्टी में घोंसला बनाए हुई थी. शायद बच्चे से उसका घोंसला टच हो गया होगा जिससे आठ दस बिढ़नी ने बच्चे के शरीर पर डंक मारना शुरू किया. उस पर बच्चा काफी जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. बच्चे की आवाज सुन कर बच्चे की मां दौड़ कर गई तो देखी की बच्चे के शरीर पर कई बिढ़नी लपटी हुई है, जिसे वो वहाँ से हटाने की कोशिश की, जिस पर बिढ़नी ने उसे भी कई जगह काट लिया, जिससे दोनो मां बेटा को दर्द वो जलन होने लगा.
परिजनों ने दोनों को चौसा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया. ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर राकेश कुमार उस का उपचार कर घर भेज दिया लेकिन बच्चे की हालत में कुछ सुधार नहीं होने पर परिजन ने दुबारा बच्चे को चौसा के किसी निजी क्लीनिक में लाया जहां से बच्चे को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. भागलपुर जाने के क्रम में ही बच्चे की मौत हो गई। सुनील पंडित का वह इकलौता वारिस था. सुनील भी मेहनत मजदूरी करने अन्य राज्य गया हुआ है।
.jpg)
No comments: