बलुआहा नदी में जल स्तर बढ़ने के बाद कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी

शुक्रवार की रात्रि से अचानक जलस्तर में वृद्धि के कारण मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड के बलुवाहा नदी फिर तबाही मचाने के लिए अपने उफान पर है. 
रामपुर पंचायत के आदिवासी टोले में लोगों काफी डरे सहमे हैं. ऐसे में अंचलाधिकारी मुरलीगंज शशि भूषण कुमार ने जायजा लिया और मौके पर घरों के कटाव को रोकने के लिए आदिवासी बस्ती के लोगों ने खुद से बंबू पैलिंग करते देखा हुए कहा कि हम लोग अपनी सूझबूझ से घरों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
अंचल अधिकारी ने रेलवे पुल से पैदल चलकर वार्ड नंबर 6 आदिवासी बस्ती पहुंचे वहां उन्होंने नदी के दिशा परिवर्तन कारण बस्ती में हो रहे कटाव को देखा एवं वहां के ग्रामीणों से बातचीत की.

कटाव पीड़ित लोगों ने अंचल अधिकारी से कहा कि नदी यहां से सीधे रेलवे पुल के सामने से बहा करती थी लेकिन वर्ष 2008 के पहले रेलवे पुल के ठीक सामने से बहा करती थी लेकिन प्रलयंकारी बाढ़ के बाद नदी रफ्ता रफ्ता पूरब की ओर खिसकने लगी है. जब तक रेलवे पुल के सामने से नदी का रास्ता नहीं निकाला जाएगा तो हम लोगों की बस्ती कटाव के कारण खत्म हो जाएगी हम लोग सड़कों के किनारे रहने पर मजबूर हो जाएंगे. जब तक इस कटाव निरोधी कार्य बोल्डर क्रेटिंग या नेट बोल्डर क्रेटिग और उसके बाद बालू भरे बोरे नहीं डाले जाते हैं तब तक इस गांव का बच पाना मुश्किल होगा.

उनलोगों ने बताया कि अगर इस नदी के कहर से बचने का जल्द कोई उपाय नहीं किया गया तो लगभग दो सौ की आबादी वाले इस गांव का अस्तित्व खत्म हो जायेगा. अगर समय रहते बचाव व राहत कार्य नहीं किया गया तो बाद में काफी परेशानी होगी. क्योंकि इस दो सौ आबादी वाले गांव तक पहुंचे के लिए पर्याप्त रास्ता भी नहीं हैं. 
मौके पर मौजूद अंचल अधिकारी ने बताया कि 2016 के बाद नदी के जलस्तर में काफी दबाव आ गया है. 2016 के बाद पुनः एक बार नदी जल स्तर बढ़ने के कारण वार्ड नंबर 6 की बस्ती में कटाव कर रही है इसे रोकने के लिए हम आपदा विभाग एवं जिले के बरीया पदाधिकारी को सूचित कर रहे हैं. जल्द ही कटाव निरोधात्मक कार्य करवा कर बस्ती को सुरक्षित बचाने का प्रयास किया जाएगा.
बलुआहा नदी में जल स्तर बढ़ने के बाद कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी बलुआहा नदी में जल स्तर बढ़ने के बाद कटाव का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 15, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.