प्रदीप दास हत्या काण्ड का उद्भेदन, दोनों भाई ही निकले हत्यारे

मधेपुरा जिले के श्रीनगर थाने के मंगरवारा पंचायत के वार्ड नम्बर एक में मंगलवार की रात हुई प्रदीप दास हत्या काण्ड का पुलिस ने पुरी तरह से उदभेदन कर लिया है. 

मृतक के पिता बैजू दास के फर्द बयान पर थाने में हत्यारे दोनों भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं हत्या में प्रयोग किए गए दबिया को पुलिस ने बरामद कर लिया है. जबकि मृतक की पत्नी ममता देवी मृतक के अंतिम संस्कार के पश्चात् पुनः सहरसा जिले के सोनवर्षा स्थित अपने मायके चली गई है. 

श्रीनगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी पुलिस फोर्स के साथ मंगरवारा पंचायत के वार्ड नम्बर एक में गुरुवार को पंहुचकर मृतक प्रदीप दास के हत्यारे बड़े भाई नरेश दास और मंझले भाई राहुल दास को हिरासत में लेकर सख्ती के साथ पूछ-ताछ किया. पूछताछ के दौरान हत्यारा नरेश दास ने स्वीकारोक्ति बयान में स्वीकार कर लिया कि नरेश अपने मंझले भाई राहुल दास के साथ मिलकर अपने छोटे भाई प्रदीप कुमार दास की हत्या किया है. 

नरेश दास ने अपने छोटे भाई प्रदीप कुमार दास की पत्नी ममता देवी के साथ गत दो वर्षों से अवैध संबंध होने की बात भी स्वीकार कर ली है. नरेश ने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि मेरे और प्रदीप दास की पत्नी के बीच चला आ रहा प्रेम संबंध की जानकारी प्रदीप दास को हो गया था, जिसके कारण प्रदीप दास 10 दिन पूर्व ही अपनी पत्नी को उसके मायके पंहुचा दिया था. जिसके कारण वे (नरेश) अपने छोटे भाई प्रदीप कुमार दास पर आक्रोशित थे.

वहीं नरेश ने पुलिस को बताया कि जिस समय प्रदीप दास की हत्या की जा रही थी उस वक़्त मंझले भाई राहुल दास मृतक प्रदीप दास का पैर दबाए हुए था और नरेश दबिया से प्रहार करते हुए हत्या कर दिया. पुलिस ने हत्यारे नरेश दास की निशानदेही पर भूसा घर में  ख़ुदाई कर हत्या में प्रयोग किए गए दबिया को भी बरामद कर लिया है. पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारे दोनों भाई हत्या काण्ड को नाटकीय मोड़ देने का असफल प्रयास किया, परन्तु पुलिस के सवालों का सही-सही जवाब नहीं दे पाया और अंततः हत्या करने की बात स्वीकार कर लिया. हत्या के महज़ 30 घंटे के अन्दर पुलिस ने हत्या काण्ड मामले का पूर्ण रूप से उदभेदन कर लिया है. 
वहीं मंझले भाई राहुल दास ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि हत्या काण्ड में बड़े भाई नरेश दास का सहयोग वे इसलिये कि मृतक प्रदीप दास कद और काठी से काफी मजबूत था. पारिवारिक विवाद होने पर मृतक प्रदीप दास मंझले भाई राहुल दास और इनकी पत्नी के साथ मारपीट करता रहता था. 

नरेश दास ने पुलिस को बताया कि मृतक प्रदीप दास अपनी पत्नी ममता देवी के साथ बराबर मारपीट करता रहता था. मारपीट के दौरान वे (नरेश दास) हमेशा प्रदीप के पिटाई से भावज को बचाने का काम करते थे. इसी वजह से मृतक प्रदीप दास की पत्नी ममता देवी नरेश से सुहानभूति पाकर इनके सम्पर्क में आ गई. 

थानाध्यक्ष राजेश कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक प्रदीप दास के पिता बैजू दास के फर्द बयान पर हत्यारे दोनों भाई के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. गिरफ्तार आरोपी दोनों भाई को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की तैयारी किया जा रहा है.

मृतक प्रदीप दास की लाश हालांकी बुधवार को ही देर शाम को आ गया था, परन्तु गुरुवार को मृतक के शरीर का दाह-संस्कार नहीं कर इनके शरीर को मिट्टी में दफनाया गया है. मृतक की पत्नी अंतिम संस्कार के पश्चात् पुनः सहरसा जिले के सोनवर्षा स्थित अपने मायके चली गई है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी)
प्रदीप दास हत्या काण्ड का उद्भेदन, दोनों भाई ही निकले हत्यारे प्रदीप दास हत्या काण्ड का उद्भेदन, दोनों भाई ही निकले हत्यारे Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 11, 2020 Rating: 5

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