मधेपुरा जिले के पुरैनी थाना क्षेत्र के चटनमा गांव में एक अधेड़ मजदूर की अपराधियों ने गांव के ही महंथ बाबा स्थान से महज कुछ ही दूरी के अंतर पर रविवार की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी।
हत्या क्यों और किसके द्वारा की गई, यह अबूझ पहेली बनी हुई है। क्योंकि परिजनों की मानें तो उनलोगों के साथ किसी की दुश्मनी नहीं है। तब आखिर मजदूर की हत्या क्यों और किसने की। मामला थाना क्षेत्र के वंशगोपाल पंचायत के चटनमा गांव वार्ड संख्या 9 का है। उक्त गांव निवासी मंटू मेहता (45 वर्ष) पिता स्व दिलेश्वर मेहता पंजाब में मजदूरी करता था और प्रथम लाॅकडाउन से कुछ दिन पहले ही अपने घर चटनमा गांव लौटा था।
इस बाबत मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार मंटू प्रतिदिन रात को ठाकुरबाड़ी जाया करता था रविवार की शाम मंटू प्रतिदिन की भांति गांव के ही ठाकुरबाड़ी निकला था और कभी कभी वही मंदिर के बरामदे पर सो जाता था जब रविवार की रात वह काफी देर तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने यह सोचा कि वह मंदिर के बरामदे पर सो गया होगा।
सोमवार की अहले सुबह जब गांव के ही मक्का खेत में भुट्टा छिलने गयी महिला मजदूर ने हाथ बंधे मंटू मेहता के शव को देखा तो गांव आकर इसकी सूचना दी इसके बाद गांव में हाहाकार मच गया ग्रामीण व परिजन दौड़ते भागते हुए घटना स्थल पर पहुँचे और इसकी सूचना पुरैनी थाना पुलिस को दी गयी। शव मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। अहले सुबह मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी सुबोध यादव मामले की जांच में जुट गए। परिजनों की मानें तो उन लोगों की गांव या अन्य जगहों पर किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। रात में उन लोगों ने फायर की आवाज सुनी। लेकिन, क्या जाने की मंटू को ही गोली मारी गयी है। वहीं पुरैनी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया।
चार बेटियां और दो बेटे सहित परिवार का अकेला खेवनहार था मंटू
अपराधियों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या में मृतक मंटू का भरापूरा परिवार है। जिसका खेवनहार अकेला वही था। उसके चार बेटी है गुड़िया कुमारी 15 वर्ष, निर्मला कुमारी 13, रुचि कुमारी 10, मुन्नीकुमारी 6 वर्षीय जबकी दो बेटे बिष्णु कुमार 5 और बमबम कुमार3 वर्ष का है। मंटू की हत्या से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। इतने बड़े परिवार का पालन-पोषण उसकी मजदूरी पर ही निर्भर था। पत्नी नीलम देवी सहित अन्य का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी सहित अन्य परिजनों का कहना है कि आखिर उनका पति ने किसी का क्या बिगाड़ा था।
बुलंद है अपराधियों के हौसले, प्रशासन से टूट रही आमजनों की आस
थाना क्षेत्र के चटनमा निवासी मंटू मेहता की हुई हत्या पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती है। बीते कुछ कुछ वर्षों में हुई थानाक्षेत्र में हत्याकांड को लेकर क़ोई भी उद्भेदन नहीं होने और आज तक एक भी अपराधी की गिरफ्तारी पुरैनी पुलिस द्वारा नहीं कर सकने से आमजनों का पुलिस प्रशासन से अब आस खत्म होते दिखाई दे रही है जबकी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं । वहीं मजदूर की हत्या कर अपराधियों ने पुरैनी पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है।
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत थानाध्यक्ष सुबोध यादव से बात की गई तो उनका कहना था कि परिजनों के अनुसार उन लोगों की किसी से कोई अदावत नहीं थी तो आखिर मंटू मेहता की हत्या क्यों और किसके द्वारा की गई, यह जांच का विषय है। मृतक को अपराधियों ने हाथ बांधकर आगे और पीछे दोनों जगह से गोली मारी है। घटनास्थल से दो खोखा और मृतक का मोबाइल बरामद किया गया है। पोस्टमार्टम हेतु शव भेज दिया गया है पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हत्या क्यों और किसके द्वारा की गई, यह अबूझ पहेली बनी हुई है। क्योंकि परिजनों की मानें तो उनलोगों के साथ किसी की दुश्मनी नहीं है। तब आखिर मजदूर की हत्या क्यों और किसने की। मामला थाना क्षेत्र के वंशगोपाल पंचायत के चटनमा गांव वार्ड संख्या 9 का है। उक्त गांव निवासी मंटू मेहता (45 वर्ष) पिता स्व दिलेश्वर मेहता पंजाब में मजदूरी करता था और प्रथम लाॅकडाउन से कुछ दिन पहले ही अपने घर चटनमा गांव लौटा था।
इस बाबत मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार मंटू प्रतिदिन रात को ठाकुरबाड़ी जाया करता था रविवार की शाम मंटू प्रतिदिन की भांति गांव के ही ठाकुरबाड़ी निकला था और कभी कभी वही मंदिर के बरामदे पर सो जाता था जब रविवार की रात वह काफी देर तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने यह सोचा कि वह मंदिर के बरामदे पर सो गया होगा।
सोमवार की अहले सुबह जब गांव के ही मक्का खेत में भुट्टा छिलने गयी महिला मजदूर ने हाथ बंधे मंटू मेहता के शव को देखा तो गांव आकर इसकी सूचना दी इसके बाद गांव में हाहाकार मच गया ग्रामीण व परिजन दौड़ते भागते हुए घटना स्थल पर पहुँचे और इसकी सूचना पुरैनी थाना पुलिस को दी गयी। शव मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। अहले सुबह मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी सुबोध यादव मामले की जांच में जुट गए। परिजनों की मानें तो उन लोगों की गांव या अन्य जगहों पर किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। रात में उन लोगों ने फायर की आवाज सुनी। लेकिन, क्या जाने की मंटू को ही गोली मारी गयी है। वहीं पुरैनी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया।
चार बेटियां और दो बेटे सहित परिवार का अकेला खेवनहार था मंटू
अपराधियों द्वारा गोली मारकर की गई हत्या में मृतक मंटू का भरापूरा परिवार है। जिसका खेवनहार अकेला वही था। उसके चार बेटी है गुड़िया कुमारी 15 वर्ष, निर्मला कुमारी 13, रुचि कुमारी 10, मुन्नीकुमारी 6 वर्षीय जबकी दो बेटे बिष्णु कुमार 5 और बमबम कुमार3 वर्ष का है। मंटू की हत्या से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। इतने बड़े परिवार का पालन-पोषण उसकी मजदूरी पर ही निर्भर था। पत्नी नीलम देवी सहित अन्य का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी सहित अन्य परिजनों का कहना है कि आखिर उनका पति ने किसी का क्या बिगाड़ा था।
बुलंद है अपराधियों के हौसले, प्रशासन से टूट रही आमजनों की आस
थाना क्षेत्र के चटनमा निवासी मंटू मेहता की हुई हत्या पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती है। बीते कुछ कुछ वर्षों में हुई थानाक्षेत्र में हत्याकांड को लेकर क़ोई भी उद्भेदन नहीं होने और आज तक एक भी अपराधी की गिरफ्तारी पुरैनी पुलिस द्वारा नहीं कर सकने से आमजनों का पुलिस प्रशासन से अब आस खत्म होते दिखाई दे रही है जबकी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं । वहीं मजदूर की हत्या कर अपराधियों ने पुरैनी पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है।
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत थानाध्यक्ष सुबोध यादव से बात की गई तो उनका कहना था कि परिजनों के अनुसार उन लोगों की किसी से कोई अदावत नहीं थी तो आखिर मंटू मेहता की हत्या क्यों और किसके द्वारा की गई, यह जांच का विषय है। मृतक को अपराधियों ने हाथ बांधकर आगे और पीछे दोनों जगह से गोली मारी है। घटनास्थल से दो खोखा और मृतक का मोबाइल बरामद किया गया है। पोस्टमार्टम हेतु शव भेज दिया गया है पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
अधेड़ मजदूर की गोली मारकर हत्या, हत्या अबूझ पहेली !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 18, 2020
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