

जिले के गम्हरिया
प्रखंड मुख्यालय में भी कहने के लिए तो 5 एटीएम है मगर एक भी एटीएम में पैसे नहीं
रहने के कारण सभी एटीएम का शटर डाउन रहता है. जिस कारण ग्राहकों को काफी परेशानियों
का सामना करना पड़ता है. जबकि गम्हरिया प्रखंड से 12 किलोमीटर
पूरब सिंहेश्वर में एटीएम है, 30 किलोमीटर दक्षिण सहरसा में एटीएम है, 20 किलोमीटर
उत्तर पिपरा में एटीएम है और 16 किलोमीटर पश्चिम सुपौल जाना
पड़ेगा. प्रखंड मुख्यालय स्थित भागवत चौक पर दो एटीएम एक टाटा इंडिकैश दूसरा
भारतीय स्टेट बैंक का, वही बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच स्थित खुद का बैंक ऑफ इंडिया
का एटीएम जो कि कैश के अभाव में हमेशा बंद रहता है और शोभा
की वस्तु बनी हुई है. यही हाल गम्हरिया से 6 किलोमीटर दूर
बभनी गांव, जहां दो एटीएम है मगर दोनों बंद रहता है. इस हालात में ग्राहकों को
काफी परेशानियां होती है.
एटीएम पर परेशानियों
को देखते हुए जब ग्राहक बैंक का सहारा लेते हैं तो वहाँ भी निराशा हाथ लगती है. यह
हाल पिछले 15 दिनों से है मगर चढ़ते लग्न को लेकर बाजार में खरीद बिक्री की चहल पहल तो
शुरू हो गई है मगर पैसे के अभाव में ग्राहक बैंक में खड़े रहते हैं या फिर बैंक के
बाहर पैसे के आस में सोए नजर आते हैं. यह हाल किसी एक का नहीं है. भारतीय स्टेट
बैंक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक हो या बैंक ऑफ इंडिया, इन सभी बैंकों में कैश की
कमी है और ग्राहकों को थोड़ा बहुत कलेक्शन मिल पाता है तो उन्हीं से अपना काम
चलाते हैं.
इस बात पर जब शाखा
प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक रविशंकर से पोछा गया तो उन्होंने बताया कि कैश नहीं आ
रहा है. हम लोगों के द्वारा कैश की मांग की जाती है तो बताया जाता है कि आरबीआई से
ही कैश नहीं आता है. ग्राहकों की परेशानियों को देखते हुए बाजार के कुछ ऐसे ग्राहक
हैं जिनके यहां से कैश कलेक्शन करके मंगवाते हैं और ग्राहकों में थोड़ा-बहुत दिया
जाता है. जिससे कि सबका काम हो मगर मोटी रकम नहीं दी जाती है.
उत्तर बिहार
ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक हरविंदर कुमार कहते हैं कि आरबीआई से कैश नहीं आ रहा
है जिस कारण से कैश नहीं मिलता है. ग्राहकों को और बाजार से कैस मंगवाकर वृद्धा
पेंशन, विधवा पेंशन और कुछ छोटा-मोटा ग्राहकों को पेमेंट करते हैं.
अशुभ संकेत: बैंकों में कैश की किल्लत से त्राहिमाम करते लोग, एटीएम भी खस्ताहाल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 17, 2018
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