मधेपुरा जिला अंतर्गत चौसा की धरती ने आज एक बार फिर देश के समक्ष
साम्प्रदायिक सदभाव, और भाईचारा का अनुकरणीय उदाहरण पेश
किया जो समूचे देश के लिए मिसाल है ।
यहां संयुक्त रूप से स्थानीय जनता उच्च विद्यालय के मैदान में दशहरा और
मुहर्रम मेला का आयोजन किया गया । लिहाजा हिन्दू और मुसलमान का रैला "मानव
मेला" में तब्दील हो गया ।
बता दें कि तमाम प्रशासनिक आशंकाओं के बावजूद चौसा में गंगा -यमुनी तहज़ीब को पेशा करते हुए मुहर्रम मेला का बिल्कुल शांति पूर्ण तरीके से आयोजन किया गया। इस अवसर पर मैदान के उत्तरी छोर पर देवी
दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई तो दक्षिणी छोर पर चौदह ताजिया स्थापित किया गया
। संपूर्ण मैदान का नजारा अद्भुत दिखा । हालाँकि चौसा पुलिस चप्पे- चप्पे पर मौजूद
थी। थाना अध्यक्ष सुमन कुमार सिंह के नेतृत्व में पूरी तरह से पुलिस चुस्त-
दुरुस्त थी।जगह -जगह बाँस से घेराबंदी कर दी गई थी। पुलिस प्रशासन के साथ हिंदू
एवं मुस्लिम संगठन के लोग पूरी तरह मुस्तैद थे। कुल मिला कर चौसा में मुहर्रम मेला
शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया। जो पूरे जिला में एक मिशाल कायम किया।
बता दें कि कि इसके पूर्व भी वर्ष 2015 और 2016 में इसी मैदान में दशहरा और मुहर्रम मेला का एक साथ आयोजन किया गया था। हज़रत
इमाम हुसैन के शहादत के ग़म में मनाये जाने वाले मुहर्रम मेला को लेकर जनता उच्च
विद्यालय चौसा के मैदान में चौसा ,
करीमन टोला , अरजपुर, सोनवर्षा, मनोहरपुर,
बीरबल टोला, बदरी टोला, केलावाड़ी,
घोषई,बाकर टोला, टिल्हारही,
कनुवारही, डबरू टोला, तिरासी और सहोडाटोला की चौदह ताजिया और
पंद्रह अखाड़ा चौसा रैनगाह पहुंच कर ताजिया मिलन किया और साथ आये जंगियों एवं
खिलाड़ियों ने अपना अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। कई ऐसे करतब दिखाये गये जो रोंगटे खड़े
कर देने वाले थे ।
मौके पर मधेपुरा के सांसद सह जाप पार्टी के मुख्य संरक्षक राजेश रंजन उर्फ
पप्पू यादव तथा आलमनगर के विधायक सह पूर्व
मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने दोनों समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें
आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द को बनाये रखना चाहिये। चौसा में जिस तरह दुर्गा
मेला और मुहर्रम मेला एक साथ मनाया जा रहा है,इससे अन्य
क्षेत्रों के लोगों को भी सीख लेनी चाहिये।
मुहर्रम को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में बीडीओ इरफान अकबर सीओ अजय कुमार,
थानाध्यक्ष सुमन
कुमार सिंह , दुर्गा मेला समिति के अध्यक्ष अनिल मुनका,ताजिया मेला समिति के अध्यक्ष मनौवर आलम,बीस सूत्री
अध्यक्ष मनोज प्रसाद, बीस सूत्री के पूर्व अध्यक्ष अम्बिका
गुप्ता, पूर्व मुखिया सूर्यकुमार पट्वे, श्रवण कुमार पासवान, मुखिया प्रतिनिधि सचिन कुमार बंटी, अभिनंदन मंडल,
उपप्रमुख
शशि कुमार दास, जदयू नेता चंदेश्वरी साह, नरेश ठाकुर
निराला, साईं इस्लाम, मोहम्मद मोईन, अब्बास अली सिद्दीकी, अबुसालेह
सिद्दिकी, सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ के अध्यक्ष
याहिया सिद्दिकी, सरपंच प्रतिनिध गजेन्द्र प्रसाद यादव, कैलाश पासवान, मनोज राणा,
मनोज पासवान, राजकिशोर पासवान आदि का योगदान
सराहनीय रहा।
मिसाल: फिर दिखी चौसा में गंगा-जमुनी तहजीब, एक साथ दुर्गापूजा और मुहर्रम मेला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 01, 2017
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