सात अप्रैल से नामांकन और 14 मई को मतदान का राज्य निर्वाचन आयोग का प्रस्ताव राज्य सरकार ने तत्काल नहीं माना। लिहाजा अब यह चुनाव कुछ दिनों के लिए टल गया है। इसकी सूचना आयोग ने सभी जिलों को प्रेषित कर दिया है।
दूसरी और यह खबर वैसे कई संभावित प्रत्याशियों के लिए सुकून भरा साबित हुआ है, जिन्हें इस बात का मलाल था कि विरोधियों ने या तो अपने ग्रामीणों का नाम शहर में डलवाने में सफल रहें है या फिर उनके कई समर्थकों के नाम दूसरे वार्ड में डलवा दिया गया है। ऐसे पीड़ित अगर साक्ष्य के साथ आवेदन देंगे तो जांचोपरांत कार्रवाई होगी।इसके लिए अब समय मिल गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग का चुनाव तिथि सम्बंधित प्रस्ताव सामान्यतया राज्य सरकार मानती रही है। लेकिन

दूसरी ओर नगर निकाय चुनाव हेतु मतदाता सूची का प्रकाशन 25 मार्च को ही हो चुका है। लेकिन कुछ वार्डों में संभावित प्रत्याशी यह आरोप लगा रहे है की मतदाता सूची में उनके विरोधी ने साजिश करे उनके कुछ समर्थकों के नाम दुसरे वार्ड में डलवा दिया है या फिर अपने ग्रामीण मतदाता को नाम निकाय के मतदाता सूची में डलवाने में सफल रहे हैं।
इस बावत सहायक निर्वाचन पदाधिकारी कयूम अंसारी बताते हैं कि दो स्थानों में नाम होने का कोई साक्ष्य के साथ आवेदन देते हैं या मतदाता सूची में अवैध और नियम विरुद्ध होने की शिकायत करते हैं तो जांचोपरांत कारवाई होगी।
नगर निकाय चुनाव की तिथि टली: फर्जी मतदाता पर जांचोपरांत होगी कारवाई
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 04, 2017
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