'बच्चे कच्चे घड़े के समान, ज़रूरत उसे तलाशने और तराशने की': चौसा में तरंग प्रतियोगिता में खुलकर प्रतिभा-प्रदर्शन

तरंग के संचालक प्रमोद पासवान ने कहा कि जहाँ कहीं लोकतंत्र है, शिक्षा उसका मूलमंत्र है. सही शिक्षा के बिना मानव जीवन बेकार है. याहिया सिद्दिकी ने कहा कि बच्चे कच्चे घड़े के समान है, उसे सिर्फ़ तलाशने और तराशने की ज़रूरत है. समन्वयक पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान नही देते हैं जिसके कारण बच्चे दिशाहीन हो रहे हैं,बच्चो पर निगरानी की आवश्यकता है
.इस मौके पर उ म वि सहौरा टोला, लक्ष्मीनीया टोला, कन्या मध्य विद्यालय चौसा और मध्य विद्यालय चौसा के बच्चो ने कार्यक्रम में भाग लेकर जम कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. खेल के सफ़ल आयोजन में कुमार राजीव रंजन, भालचंद्र, उमेश प्रसाद यादव, प्रणव कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही. कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार सुमन ने किया. इस मौके पर वरीय बीआरपी ओमप्रकाश परवे, भैरवानंद योगी , अजहर, विनय कुमार समेत विभिन्न विद्यालय के शिक्षक और बच्चे उपस्थित थे.
'बच्चे कच्चे घड़े के समान, ज़रूरत उसे तलाशने और तराशने की': चौसा में तरंग प्रतियोगिता में खुलकर प्रतिभा-प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 19, 2015
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