
मधेपुरा
में जब आज देर शाम जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने नगर परिषद् क्षेत्र के वार्ड नं. 22
में बूथ नं. 181 में मतदाताओं की जांच की तो परिणाम चौंकाने वाले थे. इस बूथ पर सौ
से ज्यादा वोटर फर्जी पाए गए.
जिलाधिकारी
ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि चुनाव आयोग के द्वारा संभावित डुप्लिकेट मतदाता की
सूची उपलब्ध कराये गए हैं और जांच से पहले मैंने जिले के सभी बीएलओ को इस सम्बन्ध
में आवेदन देने को कहा था, पर इस बूथ के बीएलओ ने एक भी व्यक्ति का नाम नहीं दिया
था. आज जब वार्ड की जनता को बुलाकर सूची की जांच की गई तो सैंकड़ों वोटर फर्जी पाए
गए, जिनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जायेंगे.
श्री
मीणा ने सभी बीएलओ को चेताया भी है कि यदि बीएलओ द्वारा नामों से सम्बंधित आवेदन
नहीं दिए जाते हैं और यदि उनकी जांच में फर्जी वोटर्स पकड़ाए जाते हैं तो दोषी बीएलओ
के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी. (जिलाधिकारी को सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.)
जानकारों
का मानना है कि इलाके में फर्जी वोटरों का इतिहास पुराना है और राजनीति से जुड़े
कुछ स्तरहीन लोग मतदाता सूची में कई फर्जी वोटरों का नाम भी जुड़वाते हैं ताकि
चुनाव में उनके नाम पर बोगस वोटिंग कर परिणाम की दिशा बदली जा सके चाहे आम जनता की
दशा पहले से ज्यादा दयनीय क्यों न हो जाय.
मधेपुरा में फर्जी वोटरों की भरमार?: डीएम की घंटे भर की जांच में मिले सैंकडों फर्जी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 05, 2014
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