
इस मौके सुश्री दोषित ने कहा कि जज
और अधिवक्ता में अनबन होती रहती है लेकिन जज गलत नहीं होते हैं. पीडित पक्ष को न्याय
मिलता हैं. यह बातें पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रेखा मनहर लाल दोषित ने
आज व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित जिला जजशिप के उदघाटन समारोह को संबोधित करते
हुए कही. उन्होंने कहा कि मुकदमे में अधिवक्ता समन्वय स्थापित कर चलें. आधारभूत संरचना
के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जज जहां रहे वहां बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षण
संस्थान भी रहे. साथ ही साथ साफ सफाई का भी ख्याल रखा जाय.
समारोह को संबोधित करते सूबे के वित्त
मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि भारत का न्याय प्रणाली सबसे बडा है. थोडी देर
ही सही पर न्यायिक प्रक्रिया में छन-छन कर सच्चाई सामने आती है. कहा जिले के लिए न्यायिक
इतिहास का दिन आज है. 23 वर्ष के बाद जिलेवासी का सपना पूरा हुआ है, जो गर्व की बात
है. श्री यादव ने कहा कि गरीब व पीडित की अवहेलना
ना हो
इसका ख्याल रखा जाना चाहिए. कानून मंत्री शाहिद अली खां ने कहा कि वे पिछले आठ
वर्ष से जिले के प्रभारी मंत्री रहे हैं. जिले में आधारभूत संरचना के दिशा में कई कार्य
किये गये हैं. इसी कड़ी में सुपौल जिला जिला जजशिप के स्थापना के बाद एक पायदान और ऊँचा
हुआ है. समारोह को निरीक्षी न्यायाधीश सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया. स्वागत भाषण
सहरसा के जिला जज डॉ० कुमार देवदत्त व विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष वाई पी मंडल ने दिया.

उदघाटन अवसर पर मंचासीन अतिथियों का स्वागत बुके प्रदान कर किया
गया. वहीं श्रुति कला केंद्र की निदेशिका नीतू सिंह के निर्देशन में छा़त्राओं ने स्वागत
गान प्रस्तुत किया. मैथिली लोकगीत व पंडितों द्वारा स्वतिवचन भी पेश किया गया. समारोह
के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कोर्ट परिसर का निरीक्षण भी किया.इसी दौरान मंत्री व मुख्य
न्यायाधीश ने परिसर में पौधरोपण भी किया. समारोह के अंतिम कडी में कानून सचिव द्वारा
अधिसूचना पढा गया. मंच संचालन विधिज्ञ संघ के सचिव वीरेंद्र कुमार झा ने किया.
समारोह के बाद जिला व सत्र न्यायाधीश
के आवास का भी उदघाटन किया गया. इस मौके पर विधान पार्षद हारून रसीद, डीआईजी एन पी सिंह, जिला व सत्र न्यायाधीश संजय
कुमार, परिवार
न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश बलराम सिंह, डीएम एल पी चैहान, एसपी पंकज कुमार राज, जिप अध्यक्ष अंजू देवी, डीडीसी हरिहर प्रसाद, एसडीओ विमल कुमार मंडल सहित
दर्जनों विद्वान अधिवक्तागण व नागरिक आदि उपस्थित थे.
[ Key Words: Supaul Judgeship inaugurated, Chief Justice of Bihar, Separated from Saharsa Judgeship]
सुपौल: जिला जजशिप का हुआ उदघाटन, बना इतिहास
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 22, 2014
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