कुलपति के तुगलकी फरमान पर विश्वविद्यालय में धरना पर बैठे शिक्षक

|मुरारी कुमार सिंह|26 नवंबर 2013|
मंडल विश्वविद्यालय में अब एक और नया विवाद उभर कर सामने आ गया है. विश्वविद्यालय में शिक्षकों को वर्षों से मिल रहे वेतन में 20% की कटौती कर दी गई है और नए प्रोन्नति किये शिक्षकों को प्रोन्नति लाभ के साथ वेतन भुगतान का आदेश कर दिया गया है. इस फैसले से आहत शिक्षक अब धरना पर बैठ गये हैं. धरना पर बैठे शिक्षकों का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2013-14 का बजट स्वीकृत नहीं है और न सरकार एक पैसे की बढोतरी की है, लेकिन सरकार द्वारा स्वीकृत बजट 2012-13 के साथ छेड़छाड़ कर वेतन भुगतान में किये जा रहे बंदरबांट अनुचित तो है ही साथ ही ये राज्यादेश के प्रतिकूल है. दूसरी तरफ राज्य सरकार 2012-13 के तहत राशि भेजकर नव्प्रोंनत शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ देने से इनकार कर दिया है, फिर भी विश्वविद्यालय के कुलपति इन्हें प्रोन्नति लाभ देने के लिए अडिग हैं. शिक्षकोण का यह भी आरोप है कि कुलपति डिवाइड एंड रुल की पॉलिसी के तहत काम कर रहे हैं.
      धरना में मुख्य रूप से वेतन विसंगति मोर्चा के रामचंद्र प्रसाद मंडल, डा० सूर्य नारायण यादव, डा० सुरेन्द्र प्रसाद यादव डा० सीपी मेहता समेत दर्जनों शिक्षकों ने भाग लिया.
कुलपति के तुगलकी फरमान पर विश्वविद्यालय में धरना पर बैठे शिक्षक कुलपति के तुगलकी फरमान पर विश्वविद्यालय में धरना पर बैठे शिक्षक Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 26, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.