पूरे जिले में मुहर्रम का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से
संपन्न हो गया. जिला मुख्यालय में जहाँ ताजिये के साथ मुस्लिमों ने हजरत हुसैन और
उनके 72 साथियों की शहादत की याद में मुहर्रम का पर्व मनाया. इस अवसर पर जिला
मुख्यालय सहित जिले के अन्य कई प्रखंडों में एकदिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया.
मधेपुरा में मेला समिति के अध्यक्ष शौकत अली ने बताया कि इराक स्थित कर्बला में सन
680 ई० में हुए इस धर्मयुद्ध की घटना सत्य के लिए जान न्यौछावर करने की एक अद्भुत
मिसाल है. उधर
जिले के चौसा प्रखंड में ताजिये का अद्भुत नमूना पेश किया गया. बता दें कि मुहर्रम
के अवसर पर चौसा में मेला वर्ष 1803 ई० से ही लगता है. इस बार यहाँ 16 टीमों ने 14
ताजिए निकाले जिसे अपने अपने
मुहल्ले में गश्ती देकर घुमाया गया तथा लोगों को इसका
दर्शन कराया गया. बाद में जनता हाई स्कूल के प्रांगण में सभी 14 ताजियों को इकठ्ठा
किया गया और यहाँ सोलहों टीमों ने अपने खेल का प्रदर्शन किया. शांतिपूर्ण तरीके से
मुहर्रम के त्यौहार को मनाने के लिए जिले भर में हिन्दू तथा मुस्लिम लोग भी
प्रयासरत दिखे.

मामूली
चोटों को छोड़कर कहीं से कोई अप्रिय घटना के समाचार नहीं हैं.
शान्ति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ जिले में मुहर्रम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 26, 2012
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bhai sahab aapke news me galtiyaan hain .... ye muharram ka teyohaar hai... na ki eid ka ..... aur aapne yahan eid likh rakha hai .... bahut bara mistake hai .... Muharram aur eid me zameen aasmaan ka farq hai.
ReplyDeletebhai sahab .... news me bahut galtiyaan hain .... ye muharram ka parv tha na ki eid ka ... aur aapne Eid likh rakha hai ,... bawander mistake hai .... eid alag parv hai aur muharram alag,.... zameen aasman ka farq hai eid aur muharram me ...
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