तीन बच्चे की माँ और एक बच्चे का बाप: क्या हो सकेगा विवाह ?

|मुरारी कुमार सिंह|03 दिसंबर 2013|
नई फैमिली बनाने को आतुर
त्रिकोणात्मक प्रेम सम्बन्ध के कई किस्से आपने पहले सुने होंगे, पर आज मधेपुरा में एक ऐसी कहानी सामने आई जिसे प्रेम सम्बन्ध भी कहना सही नहीं होगा. इसे नाजायज सम्बन्ध से उपजी हुई कहानी कह सकते हैं जो अब ऐसे मोड़ पर आ खड़ी हुई है जहाँ जुड़े कई लोगों की दुविधाएं बढ़ गई है.
      सती देवी का पति अब इस दुनियां में नहीं रहा. तीन लड़कियां पति धनेश्वर पासवान से पैदा हुए थे, पर जब धनेश्वर की बीमारी से मौत कुछ साल पहले हुई तो सती पति के घर तुरकाही से अपने मायके मनहरा आ गई.
      पर मायके में सबकुछ तब बदलने लगा जब सुखासन गाँव के दीपक कुमार साह, जो मनहरा आता जाता था, से सती की नजदीकियां बढ़ने लगी. संकट की घड़ी तब आ गई जब बीती रात सती के भाई ने दीपक को अपनी बहन के साथ आपत्तिजनक अवस्था में रंगे हाथ पकड़ लिया. पहले तो उसने समाज के कुछ लोगों के साथ दीपक को जम कर धुना, फिर दिमाग में ये बात आई कि बहन तो विधवा हो चुकी है, क्यों न इसी लफंगे से इसका ब्याह करा दिया जाय. गाँव के बुद्धिजीवियों ने दवाब डालना शुरू किया.
दीपक भी दवाब में शादी करने को तो तैयार हो गया, पर यहाँ तो प्यार कम वासना ज्यादा थी. प्रेमिका को दीपक ने यह नहीं बताया था कि उसकी पहली पत्नी सुनयना भी उसके घर है और उससे पैदा हुआ एक लाड़ला भी आँगन में किलकारियां मार रहा है. मधेपुरा टाइम्स के पूछे जाने पर दीपक ने यह भी स्वीकार किया कि उसकी पहली पत्नी को यह नहीं मालूम है कि उसने सती के साथ क्या गुल खिलाया है और अब शादी करने को तैयार है. यही नहीं दीपक सती को और सती के तीनों बच्चों मधु, सदा और शिवानी को भी रखने को तैयार है. और गाँव के समाज के ठेकेदारों ने दोनों की शादी कराने के लिए रास्ता निकालना शुरू कर दिया है.  
तीन बच्चे की माँ और एक बच्चे का बाप: क्या हो सकेगा विवाह ? तीन बच्चे की माँ और एक बच्चे का बाप: क्या हो सकेगा विवाह ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 03, 2013 Rating: 5

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