युवा नेता रोशन कुमार सिन्हा ने कहा कि विगत दिन पहलगाम आतंकी घटना के लिए जिम्मेवार कौन है ? पूरा देश और विपक्ष एकजुट था फिर युद्ध विराम क्यों? उन्होंने देश के मोदी सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अमेरिका के निर्देश पर बिना कोई एग्रीमेंट के सीज फायर होना अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ ही उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय प्रधानमंत्री द्वारा लिया जाना घोर आपत्ति जनक है।
वहीं नौजवान संघ के राष्ट्रीय महासचिव सुखजिंदर सिंह महेश्वरी ने कहा कि देश के मुख्य समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाने हेतु हिंदू-मुसलमान और हिंदुस्तान-पाकिस्तान की राजनीति की जा रही है. नौजवानों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने के वायदे करने वाली मोदी सरकार रोजगार में लगे करोड़ों लोगों की छटनी करती जा रही है. आज बेरोजगार या सुसाइड कर रहे है फिर रोजी रोजगार को लेकर दिन रात चिंता मे लगे रहते हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को कौड़ी के भाव मे बेचा जा रहा है, विदेशी कर्ज में डूबा भारत गिरती अर्थव्यवस्था लरखराती लोकतांत्रिक व्यवस्था, भीषण बेरोजगारी एवं महंगाई से आम लोग त्रस्त हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि खासकर बिहार मे इस डबल इंजन की सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
वहीं अखिल भारतीय नौजवान संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंभू देव ने कहा कि बिहार सरकार की नौकरियों में आज तक लम्बे समय से रिक्त स्थानों पर बहाली नहीं हो पाई है जो घोर चिंता का विषय है. बिहार की सरकार सिर्फ घोषणाएं करती है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन भी बिगड़ चुका है.अब बिहार में बदलाव की घोर आवश्यकता है. संगठन के पूर्व अध्यक्ष प्रभात कुमार पांडेय ने कहा कि बिहार में विधि विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. रोज हत्याएं और बलात्कार का दौर जारी है. बिहार में प्रतिदिन लाखों लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्य पलायन कर रहे हैं, नीतीश कुमार अब बिहार को संभालने में विफल साबित हो चुके हैं।
इस मौके पर भाकपा के अंचल मंत्री रमेश कुमार शर्मा, वरीय नेता अनिल भारती, युवा नेता उमाशंकर मुन्ना, छात्र नेता वसीम उद्दीन उर्फ नन्हें सद्दाम हुसैन, शुभम स्टालिन आदि बड़ी संख्या भाकपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
बता दें कि इस अवसर पर सभी नेताओं ने भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं अखिल भारतीय नौजवान संघ के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रमोद प्रभाकर को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। दरअसल विगत दिनो वक्फ कानून के खिलाफ मधेपुरा में आयोजित सभा में मंच टूट जाने के कारण श्री प्रभाकर का पैर फैक्चर हो गया था, जिस कारण वे आज तक बीमार हैं. चिकित्सकों ने उन्हें आवासीय विश्राम का निर्देश दिया जिस कारण श्री प्रभाकर लम्बे समय से आवासीय विश्राम में हैं ।

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