गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले बिकाश के पिता त्रिभुवन यादव एक किसान हैं और माता रंजू देवी कुशल गृहिणी हैं। पिता बी.एड. योग्यता प्राप्त हैं, जबकि माता मैट्रिक तक शिक्षित हैं। परिवार की सीमित आर्थिक स्थिति के बावजूद बिकाश ने कड़ी मेहनत और लगन से यह सफलता अर्जित की। उन्होंने बताया कि वह महज दो अंकों से राज्य के टॉप-10 सूची में स्थान बनाने से चूक गए, लेकिन उनका सपना आईएएस अधिकारी बनने का है।
उनके बड़े भाई विक्रम कुमार फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि बड़ी बहन मधु कुमारी ने इंटर की परीक्षा में 371 अंक प्राप्त किए हैं। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कविता नंदिनी ने बिकाश की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि वह नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहता था और शिक्षकों से सहयोग लेकर पढ़ाई करता था। उसकी मेहनत ही उसकी सफलता का राज है।
बिकाश की इस उपलब्धि पर विद्यालय प्रशासन, शिक्षकगण और अभिभावकों ने उसे शुभकामनाएँ दी हैं। उसकी सफलता से अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी कि कठिन परिश्रम और अनुशासन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। बेटे को सांत्वना देते हुए आज विद्यालय में कहा कि मेहनत करो हम तुम्हारे साथ हैं तुम्हारे हर सपने को हम साकार करने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करेंगे.
माध्यमिक शिक्षक संघ सह विद्यालय के विज्ञान शिक्षक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हम छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं. गणित के शिक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि गणित में इसने 98 नंबर लाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया है बिहार टॉप 10 दो अंक से चूक जाने के थोड़ा मायूस जरूर हैं, लेकिन इस लड़के के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.

No comments: