इसके बाद अपराधियों ने दिनेश दास को पकड़कर आधा दर्जन से अधिक गोली मार दिया जिससे दिनेश दास की मौके पर ही मौत हो गई. गोली की आवाज सुनते ही आस आस पास के लोगो ने गोली मारकर भाग रहे एक अपराधी कबियाही वार्ड नंबर 14 निवासी अरविंद यादव के 25 वर्षीय पुत्र रूपेश यादव पकड़कर जमकर धुनाई कर दिया. गोली लगने से जख्मी राजकिशोर यादव और ग्रामीणों के पिटाई से गंभीर रूप से जख्मी अपराधी रूपेश यादव को उपचार के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल मधेपुरा भेजा गया, जहाँ पर गोली लगने से जख्मी राजकिशोर यादव का उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. वहीँ आरोपी रूपेश यादव की स्थिति चिंताजनक होने के कारण मेडिकल कॉलेज से पटना रेफर कर दिया गया। सोमवार के सुबह में पटना ले जाने के दौरान मौत हो गई । शंकरपुर पुलिस ने दोनो के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद दोनो के परिजनों को सौंप दिया ।
21 फरवरी को कबियाही गांव निवासी अपराधी विवेक यादव के घर पर मृतक दिनेश यादव के पुत्र संजीत दास ने किया था गोली बारी
मालूम हो कि कबियाही गांव वार्ड नंबर 14 निवासी अपराधी विवेक यादव के मामा बीरबल यादव को बीते 21 फरवरी के संध्या में दिनेश दास के अपराधी पुत्र संजीत दास के द्वारा दरवाजे पर गोली मार दी गई थी और विवेक यादव के पिता विनोद यादव को हथियार के बट से सिर पर मारकर जख्मी कर दिया गया था. हालांकि उस घटना में विवेक यादव के मामा को बांह में गोली लगने से उनकी जान बच गई थी, लेकिन संजीत दास को ग्रामीणों ने लोडेड देशी कट्टा गोली से साथ पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था. हालांकि पुलिस घटना के तत्काल बाद संजीत दास के पिता मृतक दिनेश दास को भी गिरफ्तार कर थाना ले गई थी, लेकिन उस घटना में विवेक यादव के पिता विनोद यादव संजीत दास और चंद्रकिशोर दस एवं एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध आवेदन दिया गया था. उक्त आवेदन के आलोक में पुलिस ने कांड दर्ज कर संजीत दास को जेल भेज दिया था लेकिन आवेदन में दिनेश दास का नाम नहीं रहने के कारण पुलिस ने दिनेश दास को थाना पर से ही छोड़ दिया था ।
घटना के प्रतिशोध में हुई दिनेश दास की हत्या
कुख्यात अपराधी विवेक यादव के यहां हुए गोली बारी के बाद प्रतिशोध की आग में विवेक यादव के गिरोह के लोग जल रहे थे। जिसको स्थानीय पुलिस प्रशासन भांप नही पाए. अगर बीरबल यादव के यहां घटी घटना के बाद पुलिस सक्रिय हो जाती तो शायद यह घटना घटित नही होती और आज दो दो सुहाग नहीं उजड़ता।
पुलिस तत्काल नही हुई गंभीर तो आने वाले समय में इससे भी बड़ी घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता.
मालूम हो कि विवेक यादव सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के एक हत्या कांड में जेल में बंद है. उस हत्या कांड में संजीत दास भी अप्राथमिकी अभियुक्त है जो कुछ महीना पहले ही जेल से बेल पर बाहर आया है. फिलहाल विवेक यादव और संजीत दास मधेपुरा मंडल कारा में बंद हैं. दोनो के जेल से निकलने के बाद दोनो के बीच खूनी संघर्ष होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
वर्जन -"एक देशी कट्टा एक खोखा घटना स्थल पर मिला है। मृतक दिनेश दास के पत्नी राजकुमारी देवी के आवेदन पर चार नामजद तीन चार अज्ञात पर केस दर्ज कर मामले की जांच कर रहे हैं। "-अभय कुमार सिंह, प्रभारी थानाध्यक्ष शंकरपुर.

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