वहीं वृंदावन से आए सोनू भारद्वाज ने श्रीमद्भागवत कथा के दौरान उद्धव की कथा सुनाकर कहा कि जब उद्धव जी ने भगवान से पूछा कि कलियुग में प्रभु कहा मिलेंगे तो प्रभु ने कहा कि वे भागवत में मिलेंगे, जो मनुष्य भागवत कथा में कही बातों को जीवन में उतार लेता है, उसके सभी कष्ट प्रभु दूर कर देते है. वहीं उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा के बिना सत्संग की प्राप्ति नहीं होती है. उन्होंने भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बच्चों को भी साथ लाएं ताकि बच्चों के अंदर संस्कार जागृत हो सके. मानव के जीवन का सबसे साधन उसके सत्कर्म है कर्म के अनुसार मनुष्य सुख एवं दुख प्राप्त करता है जैसा भी कर्म मनुष्य करता है वह उसका फल अवश्य प्राप्त करता है चाहे वह अच्छा हो या बुरा कर्म से श्रेष्ठ कोई भी साधन नहीं है अहंकार मनुष्य के विनाश और पतन का मुख्य कारण है. इस अहंकार में मनुष्य स्वयं को सर्वश्रेष्ठ घोषित करने के लिए कई मार्ग अपनाता है. इससे मनुष्य का पतन निश्चित होता है अपने जीवन में जितनी बार भागवत कथा का सच्चा सरवन किए जाए वह हर समय उन्हें भगवान की भक्ति के रूप में ही प्राप्त होता है.
प्रवचन के अंत में आरती उतारी गई. शाम को कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया.
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