खाद की जमाखोरी : डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान, आधी रात से लाइन में लगने पर मजबूर


जमाखोरी के कारण खाद बीज दुकानदारों के दुकान से डीएपी हो रहे हैं गायब, किसान 1450 से 1800 तक में डीएपी लेने के लिए मजबूर

मुरलीगंज रबी फसल की बुवाई शुरू हो गई है लेकिन किसानों को उनकी जरूरत के लिए डीएपी खाद नहीं मिल रहा है. खाद की किल्लत से किसान एक बार फिर परेशान हो रहे हैं. गौरतलब हो कि इस साल धान के सीजन में भी किसानों को यूरिया के लिए भारी फजीहतों से दो चार होना पड़ा था. अब रबी के बुवाई के शुरूआती दौर में ही उन्हें डीएपी के लिए फजीहत हो रही है.

मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत कृषि उत्पादन बाजार समिति के प्रांगण में स्थित बिस्कोमान भवन में किसान आघी रात से ही लाइन में लगकर खाद लेने के लिए मारामारी करने लगे हैं. गौरतलब हो कि बिस्कोमान मुरलीगंज में सुबह के 3:00 बजे से ही किसान लाइन में खड़े होने शुरू हो गए थे. जहां एक तरफ किसानों की लाइनें थी तो वहीं दूसरी तरफ महिला किसान की भी एक लंबी लाइन घंटों बैठकर वितरण शुरू होने के इंतजार में बैठे थे. वहीं दूसरी तरफ आधार कार्ड की फोटो कॉपी लेकर खड़ी महिलाओं ने बताया कि 3:00 बजे के बाद घर से निकल जाते हैं क्योंकि लाइन में लगना होता है.

डीएपी के लिए परेशान है किसान

किसान गांव से आकर बाजार तक दौड़ लगा रहे हैं लेकिन उन्हें यूरिया के सिवा और कोई खाद नहीं मिल रहा है. किसानों का कहना है कि रबी फसल की बुवाई के दौरान डीएपी खाद नहीं डाला गया तो उनके फसल पर प्रतिकूल असर पड़ने के आसार दिख रहे हैं.

वहीं मुरलीगंज रहिका टोला वार्ड नंबर 12 गुड्डू कुमार ने कहा कि यहां आज से बिस्कोमान में डीएपी और मिक्सचर का वितरण शुरू हुआ है लेकिन यहां पड़ोसी जिले से आकर किसानों की बड़ी भीड़ लगी रहती है जिससे प्रखंड के दूरदराज के गांवों से आए किसान बस अंतिम पंक्ति में खड़े होते हैं जहां उसे सिर्फ दो इफको डीएपी उपलब्ध हो पाती है.

वहीं मुरलीगंज के किसान रमेश कुमार ने बताया कि बाजार में फर्टिलाइजर के स्टॉकिस्ट एवं खुदरा दुकानदारों के यहां अभी ही हाथ खड़े कर दिए गए हैं कि मेरे पास डीएपी नहीं है यूरिया लेना है लो. दूसरी तरफ खाद बीज वाले दुकानदार यह कह रहे हैं कि इफको का डीएपी नैनो यूरिया लेना होगा नहीं तो मेरे पास खाद नहीं है, वहीं डीएपी का मूल्य बाजार में 1450 से लेकर 1800 तक लिए जा रहे हैं.

भीड़ के किसानों ने कहा कि जिला प्रशासन एवं जिला कृषि पदाधिकारी को तत्काल मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे किसानों की समस्या हल हो सके.

मामले में जानकारी मांगने पर बिस्कोमान प्रबंधक जयदेव कुमार सिंह ने बताया कि इफको डीएपी की 800 पैकेट उपलब्ध हुए हैं. वहीं मिक्सचर के 900 पैकेट आए हुए हैं जिसका वितरण आज किया जा रहा है. आर.ओ. जल्दी प्राप्त नहीं होने के कारण वितरण थोड़ा विलंब से प्रारंभ हुआ है. वहीं उन्होंने बताया कि डीएपी का मूल्य 1350 ही है और उसी पर वितरण किया जा रहा है. किसान अपने आधार कार्ड के साथ आते हैं तो उन्हें खाद वितरित किया जाता है अधिकतम एक किसान को चार या पांच बोरी खाद दी जाती है.

वहीं जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने बताया कि अगर बिस्कोमान से दूसरे जिलों के जो किसान नहीं है वह भी आधार कार्ड लेकर लाइन में खड़े होकर खाद उठाकर कालाबाजारी करते हैं इस पर जल्द ही रोक लगाई जाएगी. उन्होंने कहा कि डीएपी 1350 में ही किसानों को उपलब्ध होगी. अभी डीएपी की किल्लत नहीं है, मामले की जांच की जाएगी.

खाद की जमाखोरी : डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान, आधी रात से लाइन में लगने पर मजबूर खाद की जमाखोरी : डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान, आधी रात से लाइन में लगने पर मजबूर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 04, 2022 Rating: 5

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