नौ, दस और ग्यारह नवम्बर को होने वाले राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव के आयोजन को हरी झंडी मिलते ही और राशि निर्गत होते ही जिला प्रशासन आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर तैयारियों को मूर्त रूप देने में लग गया है. अधिक से अधिक स्थानीय कलाकारों को मौका देने का निर्णय लिया गया है.
जिला प्रशासन की ओर से महोत्सव के मीडिया प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने बताया कि कलाकारों के चयन के लिए सात नवम्बर को गौशाला परिसर स्थित महोत्सव स्थल पर ही जिला प्रशासन द्वारा दो बजे निर्धारित चयन कमिटी द्वारा राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव में प्रस्तुति के लिए कृष्ण की लीलाओं को समर्पित गायन व वादन की प्रतिभाओं का चयन किया जाएगा. राठौर ने कहा कि डीएम, एडीएम व एसडीएम सहित चयन समिति का पूरा प्रयास है कि महोत्सव में कलाकारों की प्रतिभा को मंच प्रदान उन्हें और निखारा जाए.
बैठक में डीएम ने भी जोर देते हुए कहा था कि महोत्सव के सहारे अपनी सांस्कृतिक विरासत को तलाशा जाए और उसको जिंदा रखने व समृद्ध करने वाले कलाकारों को तलाशा जाए. सात नवम्बर को ऑडिशन के लिए चयन समिति ने गायन व वादन से जुड़े कलाकारों को अपना ऑडिशन देने के लिए आमंत्रित किया है. जिला प्रशासन का प्रयास है कि राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव में अधिक से अधिक स्थानीय स्थापित व नवोदित कलाकारों को मौका दिया जा सकेगा. चयन कमिटी ने कलाकारों से अपील किया है कि उनकी प्रस्तुति सिर्फ और सिर्फ कृष्ण पर केन्द्रित गायन वादन में ही स्वीकार होगी.

No comments: