भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना के लिए जगह-जगह प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने की तैयारी जोरशोर से है. विशेषकर प्लाई मिल, आटा चक्की मिल, गैराज, मोबाइल सेंटर, हार्डवेयर, वाहन शोरूम समेत छोटे-बड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा के लिए लोग तैयारियों में जुटे हुए हैं. हालांकि मूर्तिकार विश्व शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति को आधुनिक साज सज्जा के साथ अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. भिरखी रेलवे ढाला वार्ड नं० 26 में मूर्तिकार चंदन पंडित ने बताया कि विश्वकर्मा की प्रतिमा चुनिंदा मूर्तिकार ही बनाते हैं. इसलिए इसे आर्डर पर बना रहे हैं. मूर्ति बनाने में उपयोगी मिट्टी, रंग, सहित अन्य सामग्रियों के दाम तो काफी बढ़े हैं, बावजूद इसके प्रतिमा की कीमत पर कोई असर नहीं पड़ा है. उन्होंने बताया कि उनके पास 1500 से 3000 रुपए तक के मूर्ति उपलब्ध हैं.
विश्वकर्मा पूजा को लेकर बाजारों में फूल, माला, झालर व अन्य सजावट के सामानों की छोटी-बड़ी दुकानें सज गई है. दुकानों पर ग्राहक उमड़ रहे हैं. सजावट दुकानदार आदित्य और अभिषेक ने बताया कि भगवान विश्वकर्मा विश्व शिल्पी के रूप में जाने जाते हैं. इसलिए इनकी पूजा विद्युत विभाग सहित निर्माण से जुड़े लोग धूमधाम से मनाते हैं. शहर के बड़ी दुर्गा मंदिर के पुजारी अनिल पाठक ने बताया कि शिल्प शास्त्र के देवता भगवान विश्वकर्मा को शिल्पकार माना गया है. प्रतिवर्ष कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. इस दिन सभी कारखानों, मोटर गैरेज, सभी सर्विस सेंटर आदि स्थानों पर विशेष पूजा की जाती है.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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September 13, 2021
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