पंचायत भवन में नहीं बैठ रहे हैं सचिव और अधिकारी, लोगों को प्रखंड का लगाना पड़ रहा है चक्कर

मधेपुरा जिला के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र में करोड़ों की लागत से पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया गया लेकिन उद्घाटन के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों को अब तक पंचायत सरकार भवन के माध्यम से मिलने वाली सरकारी सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया है। 

उद्घाटन के समय विभागीय अधिकारियों द्वारा कहा गया था कि पंचायत स्तरीय सभी पदाधिकारी तथा पंचायत सचिव रोजगार सेवक कृषि सम्यक, आवास सहायक राजस्व कर्मचारी किसान सलाहकार पंचायत सरकार भवन में बैठकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान करेंगे। इससे ग्रामीणों को छोटे-छोटे काम के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इसमें मुख्य रूप से जाति आय निवास प्रमाण पत्र कृषि संबंधित समस्या लगान रसीद निर्गत करने का काम करना था जो कि विभागीय लापरवाही के कारण अब तक संभव नहीं हो पाया है। सरकार के द्वारा करोड़ों रुपया खर्च कर 9 पंचायतों के प्रखंड में तीन पंचायत में सरकार भवन बनकर कई वर्षों से तैयार हैंलेकिन पंचायतों के लोगों को अब भी प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है आज भी लोग भाड़ा खर्च कर प्रखंड कार्यालय जाते हैं ऐसे में यह योजना सरकार के नाकामी का पारदर्शिता साबित कर रही है वही  सरकार के द्वारा करोड़ों  रुपया लगाए सरकार भवन में रखरखाव के अभाव में  भवन के खिड़की का शीशा सहित भवन में रखें फर्नीचर भी टूट रहे हैं. साफ-सफाई के अभाव में भवन के समीप जंगल भी उग गए हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन में उद्घाटन के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी भी प्रकार का सुविधा नहीं मिलती है बताया कि पंचायत सरकार भवन में पंचायत स्तरीय पदाधिकारी के नहीं पहुंचने के कारण लोगों को जाति आय निवास प्रमाण पत्र और मोटेशन का आज के लिए आज भी प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है.

पंचायत भवन में नहीं बैठ रहे हैं सचिव और अधिकारी, लोगों को प्रखंड का लगाना पड़ रहा है चक्कर पंचायत भवन में नहीं बैठ रहे हैं सचिव और अधिकारी, लोगों को प्रखंड का लगाना पड़ रहा है चक्कर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 24, 2020 Rating: 5

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