नहीं रहे जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही गौरी शंकर बाहेती

मधेपुरा में जेपी आंदोलन के सक्रिय सिपाही और समाज सेवी और प्रखर वक्ता रहे गौरी शंकर बाहेती का शनिवार को 10 बजे सुबह निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे और लम्बे समय से बीमार चल रहे थे।


निधन की खबर से पुरा मुहल्ला मे शोक मे डूब गया. खबर मिलते ही मिलने के उन के घर लोगों का तांता लग गया ।

स्वर्गीय बाहेती अपने पीछे पत्नी, तीन पुत्र, चार पुत्री के अलावे पुत्रवधू, पोते-पोती तथा नाती-नतिनी से भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं ।
स्वर्गीय बाहेती जेपी आंदोलन में सक्रिय रूप से भागीदारी रहे और आंदोलन के दौरान जेल गये ।  उन्हें राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा सम्मानित किया था ।

स्वर्गीय बाहेती का सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में काफी योगदान रहा है । एक बार ये मुहल्ला स्थित स्कूल गये जहां बच्चों के पढ़ाई के लिए भवन नही देख काफी दुखी हुए तो उन्होने बच्चो के स्कूल भवन का निर्माण अपनी माता शान्ति देवी के नाम करवाया जो शान्ति आदर्श मध्य विद्यालय कालेज चौक के नाम से जाना जाता है ।

स्वर्गीय बाहेती के निधन पर विनोद कुमार प्राणसुखका, प्रदीप शर्मा, वासुदेव प्राणखुखका,अमुल कुमार, मनोज अग्रवाल, अमित कुमार,आशीष सोनी, अशोक साह, कार्तिक साह, जद यू नेता महेन्द्र पटेल,वार्ड पार्षद अहिल्या देवी, निर्मला देवी, रूसी देवी  चन्द्र कला देवी, संजय राय, डा॰ चन्द्र प्रकाश , डा॰ ओम प्रकाश, पिंटू अग्रवाल, सुभाष सुमन, शम्भू मंडल, डा॰ नत्थेनदर गुप्ता, व्यापार संघके सचिव रविन्द्र यादव, रूदल यादव सहित सैकड़ो लोगो ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि समाज ने आज एक जुझारू समाज सेवी खोया जिसकी भरपाई निकट भविष्य मे सम्भव नहीं है ।
नहीं रहे जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही गौरी शंकर बाहेती नहीं रहे जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही गौरी शंकर बाहेती Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 19, 2019 Rating: 5

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