‘डॉक्टर आ दरोगा लैड़ गले ते ईमे हमर बच्चा के कि गलती रहे हो बाबू?’: डॉक्टरों की हड़ताल से गरीब मरीजों पर आफत

मधेपुरा जिले के कुमारखंड और रानीपट्टी में डॉक्टरों से मारपीट और बदसलूकी के आरोपों के बाद आज से मधेपुरा जिले भर में मे डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों ने हड़ताल तो की है, पर इससे आम और ख़ास कर गरीब मरीजों और परिजनों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है. संपन्न लोग तो जिले के बाहर का रूख कर रहे हैं, पर गरीबी की मार से पहले से ही टूटे लोग किसे दोष दें?
     हड़ताल के बाद जिले के कई अस्पतालों के बाहर आज कई ऐसे ग़रीबों को अपने मरीजों के साथ बेचैन देखा गया जो बाहर इलाज कराने में समर्थ नहीं हैं.  उनका कहना था इस पूरे प्रकरण में उनका क्या कसूर था?
    कहीं कोई वृद्ध इलाज के लिए भटक रहा था तो कहीं कोई गर्भवती महिला के परिजन निराश आखों से अस्पताल के बंद दरवाजे को कोस रहे थे. मदनपुर की बिमला देवी बुखार से तड़प रहे बच्चे को दिखाती हुई पूछती है, ‘डॉक्टर आ दरोगा लैड़ गले ते ईमे हमर बच्चा के कि गलती रहे हो बाबू?
‘डॉक्टर आ दरोगा लैड़ गले ते ईमे हमर बच्चा के कि गलती रहे हो बाबू?’: डॉक्टरों की हड़ताल से गरीब मरीजों पर आफत ‘डॉक्टर आ दरोगा लैड़ गले ते ईमे हमर बच्चा के कि गलती रहे हो बाबू?’: डॉक्टरों की हड़ताल से गरीब मरीजों पर आफत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 28, 2016 Rating: 5

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