मूर्ति विसर्जन के दौरान नाचते-नाचते महिलाओं के बीच घुसकर छेड़खानी: मेले की रात भी मजनूँगिरी चरम पर

|वि० सं०|04 अक्टूबर 2014|
माँ दुर्गा तथा अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों के विसर्जन की तैयारी आज से शुरू हो गई. दिन में आज श्रद्धालुओं ने काफी हर्षोल्लास के साथ मूर्तियों का विसर्जन किया गया.
      पर इस दौरान जिला मुख्यालय में हुई एक छेड़खानी का भी मामला प्रकाश में आया है. आरोपी युवक को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. लोगों का आरोप था कि यह युवक नाचते-नाचते महिलाओं के बीच घुसकर उनके साथ लगातार छेड़खानी किये जा रहा था. जबकि थाने में युवक ने मधेपुरा टाइम्स के कैमरे के सामने गिडगिडाकर कहा कि प्लीज फोटो मत लीजिए, मुझपर गलत आरोप लगाये गए हैं. युवक का कहना था कि कुछ लड़कों ने उसे झूठ-मूठ का फंसा दिया है. मैं स्थानीय एक दूकान का स्टाफ हूँ.
      दूसरी तरफ बीती रात मधेपुरा टाइम्स के कैमरे ने कुछ मजनूओं को अपने सबसे घटिया रूप में देखा. पुलिस जहाँ नहीं रहती थी, वहां ये मजनू छेड़खानी से बाज नहीं आ रहे थे. जिला मुख्यालय में एक जगह जब हमने तीन लड़कों को कुछ लड़कियों को छेड़ते पाया तो हमने उनकी तस्वीरें ले ली. तस्वीरें लेने पर मजनूँ उत्तेजित हो गए, पर कहते हैं न कि चरित्रहीनों के पास कलेजा नहीं होता है, हमारे खदेड़ने पर वे नौ-दो-ग्यारह हो गए.
      जाहिर सी बात है, मेला जहाँ भक्तों के लिए श्रद्धा है, वहीँ बहुत से भले लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र होता है, पर बाप के अरमानों पर पानी फेरते कई नालायक गंदे युवकों के लिए मेला लड़कियों को तंग करने का सुनहरा अवसर जैसा होता है और इनका समुचित इलाज बिना इनकी धुनाई के संभव नहीं दीख पड़ता है.
मूर्ति विसर्जन के दौरान नाचते-नाचते महिलाओं के बीच घुसकर छेड़खानी: मेले की रात भी मजनूँगिरी चरम पर मूर्ति विसर्जन के दौरान नाचते-नाचते महिलाओं के बीच घुसकर छेड़खानी: मेले की रात भी मजनूँगिरी चरम पर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 04, 2014 Rating: 5

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