|वि० सं०|03 मार्च 2014|
बिहार के गया जिले का दशरथ मांझी के दृढ़संकल्प की
चर्चा आज फिर से होने लगी है. आपको याद होगा कि गया के गहलौर घाटी में इस शख्स ने
अकेले ही 360 फीट लंबा और 30 फीट चौड़ा रास्ता पहाड़ को काट कर बना दिया था.
पर 17
फरवरी 2007 को कैंसर के कारण स्वर्ग सिधार चुके इस पर्वत पुरुष का परिवार आज
बदहाली के दौर से गुजर रहा है.
गत
शनिवार को इस परिवार की सुधि लेने मधेपुरा के नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव दशरथ
मांझी के गाँव गया के गहलौर घाटी के दशरथ नगर पहुंचे. स्व० दशरथ मांझी के पुत्र
भागीरथ मांझी से उनकी मुलाक़ात हुई जहाँ उन्होंने आर्थिक अभाव झेल रहे इस परिवार की
स्थिति को जाना. पप्पू यादव ने न सिर्फ इस परिवार के भरण-पोषण के लिए उन्हें कोई
व्यवसाय शुरू करने को प्रेरित किया, बल्कि मौके पर ही स्व० दशरथ मांझी के पुत्र को
एक लाख रूपये भी दिए. यही नहीं श्री यादव ने भागीरथ मांझी के खाते में प्रतिमाह दस
हजार रूपये भी भेजने का आश्वासन दिया.
श्री यादव
ने स्व० मांझी के कार्यों को अतुलनीय बताया और कहा कि उन्हें उनका नाम गिनीज बुक
और वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल तो किया जाना ही चाहिए, साथ ही केंदे सरकार उन्हें
मृत्योपरांत राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित करे.
जाहिर
है, अभावग्रस्त परिवार को इस सहायता से एक बड़ा संबल जरूर मिला है.
पर्वत पुरुष स्व० दशरथ मांझी के घर पहुंचकर पप्पू यादव ने दिए एक लाख रूपये
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 03, 2014
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इस दिलेरी को मैं दिल से सलाम करता हू पप्पी जी को कुछ गुण है जो आपको एक अच्छे नेता बन कर उभर सकते हैं धन्यवाद
ReplyDeleteइस दिलेरी को मैं दिल से सलाम करता हू पप्पी जी को कुछ गुण है जो आपको एक अच्छे नेता बन कर उभर सकते हैं धन्यवाद
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