सफरनामा-अलविदा 2013 (2): मधेपुरा में 18 दिन में सजा, उधर पप्पू रिहा, नीतीश मधेपुरा में तो डीएसपी की गाड़ी को फूंका
|ब्यूरो रिपोर्ट|28 दिसंबर 2013|
अप्रैल 2013: माह अप्रैल में जहाँ प्रसिद्ध गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण
सिंह को मंडल विश्वविद्यालय का विजिटिंग प्रोफ़ेसर बनाना जहाँ चर्चा में रहा, वहीँ
मधेपुरा के तत्कालीन थानाध्यक्ष के.बी. सिंह के द्वारा फाइलों में केस में कमी
लाने के क्रम में तीन घटनाओं को एक ही एफआईआर में दर्ज कर देना पुलिस की कार्यशैली
पर एक सवालिया निशान खड़ा किया.
08 मई
को मधेपुरा के तदर्थ न्यायाधीश योगेश नारायण सिंह ने मात्र 18 कार्यदिवस में
बलात्कार के प्रयास में असफल होने पर बच्चे की हत्या कर देने वाले अभियुक्त को
उम्रकैद की सजा सुना दी. इतने कम समय में पुलिस और न्यायालय की सक्रियता के कारण
स्पीडी ट्रेल का यह मामला पूरे देश में चर्चित हुआ. 17 मई को पूर्व सांसद पप्पू
यादव का अजीत सरकार हत्याकांड में बरी हो जाना उनके लाखों समर्थकों को एक नया
उत्साह दे गया.
जून 2013: माह जून में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा पहुंचे जहाँ उन्होंने आदर्श पंचायत घोषित हुए भेलवा में ग्राम सभा की कार्यवाही को देखा. वहीं इसी माह में दुर्घटना में दो लोगों की मौत पर आक्रोशित लोगों ने डीएसपी की गाड़ी को भी फूंक दिया. जून माह में ही वासना कि आग में पति की हत्या करवाने वाली खुशबू को उम्रकैद की सजा दी गई तो इसी माह में एलआईसी के डीओ नीरज कुमार के घर से 22 लाख की चोरी हो गई. माह के अंत में मधेपुरा टाइम्स रिपोर्टर को धमकी भी मिली.
पर
मधेपुरा टाइम्स का सफर धमकियों के बीच भी चलता रहा. सफरनामा का तीसरा भाग जल्द ही.
(क्रमश:)
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सफरनामा-अलविदा 2013 (2): मधेपुरा में 18 दिन में सजा, उधर पप्पू रिहा, नीतीश मधेपुरा में तो डीएसपी की गाड़ी को फूंका
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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December 28, 2013
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