|ब्रजेश सिंह|29 दिसंबर 2013|
इसे मधेपुरा पुलिस की साल की सबसे बड़ी सफलता मानी जा
सकती है. हत्या, अपहरण, फिरौती जैसे दर्जनों संगीन अपराधों को अंजाम देने वाले
अंतरजिला कुख्यात अपराधी को मधेपुरा पुलिस ने तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर
लिया है. अपराधियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए हैं.
उदाकिशुनगंज
के एसडीपीओ मनोज कुमार सुधांशु के नेतृत्व में आलमनगर, रतवारा पुलिस के द्वारा
आलमनगर के मुरौत के दियारा क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर की गई छापेमारी में
पुलिस को यह उल्लेखनीय सफलता मिली है.
कुख्यात
ध्रुव यादव गिरोह के पास से 5 आग्नेयास्त्र
व 77 कारतूस सहित 5 मोबाइल बरामद किया गया. बरामद हथियार में एक 303 बोर की
पुलिस राइफल, एक 315 राइफल, एक 9mm पिस्टल,
दो देशी थ्रीनट, 303 बोर की 48 गोली, 315 बोर की 13 गोली तथा 9mm की 16 गोली शामिल हैं.
मिली
जानकारी के अनुसार कुख्यात ध्रुव यादव लगभग 6 माह पूर्व जमानत पर छूटकर जेल से
बाहर आया था और अपने गिरोह को फिर से संगठित कर इलाके में रंगदारी एवं किसानों से
लेवी वसूली के अपराध को अंजाम देता था. ध्रुव यादव पर दर्जनों मामले मधेपुरा,
खगड़िया तथा भागलपुर जिलों के थानों में दर्ज है. बताया यह भी जाता है कि हाल में
ही बिहपुर के विधायक शैलेश कुमार पर गोलीबारी में ध्रुव यादव गिरोह का ही हाथ था.
ध्रुव के आतंक से इलाके के लोग आतंकित रहते थे.
ध्रुव
की गिरफ्तारी से जहाँ पुलिस ने राहत की सांस ली है वहीँ इलाके के किसान और
व्यवसायी में भी खुशी का माहौल है. इस चुनौती भरे छापेमारी अभियान में रतवारा
थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, आलमनगर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार राम, फुलौत ओपी
अध्यक्ष शिवशंकर कुमार, पुलिस इन्स्पेक्टर जयशंकर सिंह समेत दर्जनों पुलिसकर्मी
मौजूद थे. हालाँकि बताया जाता है कि रतवारा ओपी अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह की
बहादुरी की वजह से ही इस कुख्यात अपराधी को गिरोह और भारी मात्रा में हथियार के
साथ कब्जे में किया जा सका है.
कुख्यात ध्रुव यादव भारी मात्रा में हथियार के साथ गिरफ्तार: तीन जिले की पुलिस को थी तलाश
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 29, 2013
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