साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली और पार्वती विज्ञान
महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ‘मैथिली प्रबंध काव्यक विकास ओ परंपरा’ विषय पर दो दिनों के राष्ट्रीय
संगोष्ठी के पहले दिन सोमवार को कई प्रतिष्ठित मैथिली के साहित्यकारों ने इस विषय
पर अपने विचार प्रस्तुत किए. पार्वती विज्ञान महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में
आयोजित इस भव्य कार्यक्रम की शुरुआत बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आर.
एन. मिश्र के द्वारा की गई. इससे पहले कुलपति व अन्य लोगों ने महाविद्यालय परिसर
में अवस्थित स्व० कीर्ति नारायण यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके प्रति सम्मान
व्यक्त किया. कार्यक्रम के शुरुआत में अतिथियों को पाग और शाल से सम्मानित किया
गया.
कार्यक्रम
का उद्घाटन करते हुए कुलपति ने मैथिली साहित्य की ऐतिहासिक महत्ता के बारे में
विस्तार से बताया. दो दिन चलने वाले कार्यक्रम के प्रथम दिन आलेख प्रस्तुत करने
वाले प्रमुख विद्वान थे डा० रामदेव झा, साहित्य अकादेमी के उपसंपादक देवेन्द्र
कुमार देवेश, डा० हरिवंश झा, डा० रंजीत कुमार सिंह, डा० शिव प्रसाद यादव, रविन्द्र
चौधरी, डा० रमण झा, डा० यशोदानंद झा, डा० अभय कुमार, डा० कुलानन्द झा आदि.
कार्यक्रम
की अध्यक्षता मैथिली लेखक रमाकांत मिश्र ने की जबकि धन्यवाद ज्ञापन पार्वती
विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डा० के. पी. यादव के द्वारा किया गया.
इस अवसर पर प्रो०
प्रभु नारायण लाल दास के द्वारा अखबार के कतरन की लगाई गई प्रदर्शनी को भी खूब
सराहा गया
मैथिली साहित्य संगोष्ठी में मैथिली के विद्वानों ने लिया हिस्सा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 22, 2013
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