बिहार लोक सेवा आयोग की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा
में मधेपुरा के एक शिक्षक पुत्र राजेश रंजन ने पहले ही प्रयास में अद्भुत सफलता
प्राप्त कर ली. उन्होंने पूरे बिहार में 34 वां स्थान लाकर बिहार वित्त सेवा में
अपनी जगह को सुरक्षित करते हुए यह दिखा दिया कि यदि मनुष्य में आत्मविश्वास भरपूर
हो तो प्रतिभा समय और परिस्थिति का मुहताज नहीं होती.
राजेश
रंजन मुरलीगंज थाना के पोखराम निवासी सेवानिवृत शिक्षक श्री हरिनंदन यादव के पुत्र
हैं. वर्ष 2000 में जवाहर नवोदय विद्यालय, मधेपुरा से मैट्रिक पास करने के बाद
राजेश ने वर्ष 2002 में नवोदय विद्यालय पूर्णियां से मैथ से आई.एस-सी. की और भूगोल
विषय से दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रैजुएशन किया.
जेएनयू
दिल्ली से पीएचडी कर रहे राजेश रंजन ने बीपीएससी की परीक्षा में पहले ही प्रयास
में बाजी मार ली. विपरीत परिस्थिति में भी आत्मविश्वास कायम रख संघर्ष करने को
राजेश अपने व्यक्तित्व का मजबूत पक्ष मानते हैं. वहीं दूसरी ओर भावुकता इनकी
कमजोरी है.
ट्रैवलिंग
और टीवी सीरियल्स के शौक़ीन राजेश का अगला सपना संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा की
परीक्षा पास करना है.
मधेपुरा
टाइम्स की ओर से राजेश रंजन को इस अद्भुत सफलता पर हार्दिक शुभकामनाएं.
शिक्षक के होनहार बेटे ने पहले ही प्रयास में बीपीएससी में पाई सफलता
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 19, 2013
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