जिले में चल रही मैट्रिक परीक्षा इस वर्ष अब समाप्ति
पर है. पर परीक्षा के दौरान कई चौंकाने वाली बात भी सामने आई है. खास कर उम्र
छुपाकर परीक्षा देने वालों की संख्यां भी जिले में कम नहीं है. कई महिला परीक्षार्थियों
ने तो अपनी उम्र दस-पन्द्रह साल तक छुपा ली है.
जिला
मुख्यालय के रासबिहारी हाई स्कूल में गम्हरिया की आशा देवी देखने पर कहीं से
सतरह
साल की नहीं लगती है. एडमिट कार्ड पर जन्मतिथि 5 सितम्बर 1996 अंकित है. पर शिक्षक
दिवस के रोज जन्मी आशा देवी से जब इस संवाददाता ने उनकी उम्र पूछी तो उन्होंने
अपनी उम्र 27 साल बताई. यानी एक दशक का घपला. आशा देवी सिर्फ एक बानगी है. जिले
में हजारों परीक्षार्थी ऐसे हैं जो सर्टिफिकेट लेने या बेहतर अंक पाने की होड़ में
परीक्षा में चोरी के इस माहौल में उम्र चुरा कर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. आशा
देवी की तरह कईयों की आशा इस जिले में चल रहे कदाचार को देखकर जग चुकी है.
सतरह
साल की नहीं लगती है. एडमिट कार्ड पर जन्मतिथि 5 सितम्बर 1996 अंकित है. पर शिक्षक
दिवस के रोज जन्मी आशा देवी से जब इस संवाददाता ने उनकी उम्र पूछी तो उन्होंने
अपनी उम्र 27 साल बताई. यानी एक दशक का घपला. आशा देवी सिर्फ एक बानगी है. जिले
में हजारों परीक्षार्थी ऐसे हैं जो सर्टिफिकेट लेने या बेहतर अंक पाने की होड़ में
परीक्षा में चोरी के इस माहौल में उम्र चुरा कर परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. आशा
देवी की तरह कईयों की आशा इस जिले में चल रहे कदाचार को देखकर जग चुकी है.
उम्र चुराते ये लड़के-लड़कियां
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 19, 2013
Rating:
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March 19, 2013
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