रूद्र ना० यादव/२५ जनवरी २०१२
सरकारी अस्पताल के तमाम दावों की आज उस समय पोल खुल गयी जब चिकित्सक की लापरवाही से सिंघेश्वर प्रखंड के गौरीपुर के एक महिला की मौत हो गयी.चार बच्चे की माँ ४० वर्षीया शिवतारणी देवी का बंध्याकरण का ऑपरेशन सिघेश्वर प्राथमिक केन्द्र में कल हुआ था.बंध्याकरण में गडबड़ी के कारण शिवतारणी को अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगा था.पर सिंघेश्वर प्राथमिक अस्पताल के चिकित्सक की लापरवाही देखिये,उसने शिवतारणी की हालत खराब होते देख भी उसकी जान बचाने के लिए कल उसे दूसरा अस्पताल रेफर नहीं किया.आज जब महिला की स्थिति हद से ज्यादा बिगड़ गयी तो उसे सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया गया.पर सदर अस्पताल भी इस महिला को मौत की नींद में सोने से बचा नहीं सका.
चिकित्सक की लापरवाही से भले एक मौत हो गयी हो,पर मधेपुरा के सिविल सर्जन इस मुद्दे पर चिकित्सक के बचाव में लगे नजर आये.उनका कहना था कि मुझे जिम्मेवार चिकित्सक पर कार्यवाही का कोई अधिकार नहीं है.
सरकारी अस्पताल में क्या हो रहा है, ये घटना उसे दर्शाने के लिए काफी है.पर जो भी हो,एक मौत के जिम्मेवार चिकित्सक पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की आवश्यकता तो है ही.
डॉक्टर की लापरवाही ने ली एक महिला की जान
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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January 25, 2012
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doctor saheb apna image bachamne ke liye mahila ko jan se marne par majbur kar diya hoga. kyoki doctor saheb opration me kuchh na kuchh galti kiya hoga jiske karan mahila ki mot hui hogi. mahila ko dusre bare hospital bhejne se unki pol khul sakti thi.... ka?mujhe esa hi lagta hai!
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