राकेश सिंह/१० फरवरी २०११
क्या आप में भी बिना मेकअप के आत्मविश्वास नही आ पाता?जी हाँ,हम बात कर रहे हैं महिलाओं के मेकअप के नए खुलासे की.हाल में ही किये एक नए अध्ययन में बिलकुल चौंकाने वाले तथ्य खुलकर सामने आये हैं.क्या आप जानते हैं कि प्रत्येक तीन में से एक महिलायें (करीब ३०%)बिना मेकअप के घर से बाहर नही निकलती हैं?
ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन के अनुसार पूरी दुनियां में लाखों ऐसी महिलाएं हैं जिनमे बिना मेकअप के 'कॉन्फिडेंस' नही आ
पाता.'सुपरड्रग' नामक कंपनी ने जो हाल में सर्वेक्षण कराया है उसके परिणाम बताते हैं कि मेकअप करना ज्यादातर महिलाओं के डेली रूटीन का हिस्सा होता है.दरअसल महिलायें ये सोचती हैं कि मेकअप के बिना उनका चेहरा डरावना दिख सकता है.चेहरे के दाग-धब्बे छुप जाने से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ जाता है और वे किसी से बात करने या खरीददारी करने के दौरान 'मोर कॉन्फिडेंट' या सहज महसूस करती है.
पाता.'सुपरड्रग' नामक कंपनी ने जो हाल में सर्वेक्षण कराया है उसके परिणाम बताते हैं कि मेकअप करना ज्यादातर महिलाओं के डेली रूटीन का हिस्सा होता है.दरअसल महिलायें ये सोचती हैं कि मेकअप के बिना उनका चेहरा डरावना दिख सकता है.चेहरे के दाग-धब्बे छुप जाने से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ जाता है और वे किसी से बात करने या खरीददारी करने के दौरान 'मोर कॉन्फिडेंट' या सहज महसूस करती है.
'डेली एक्सप्रेस' में छपी एक खबर के अनुसार ३००० महिलाओं पर किये एक सर्वेक्षण के मुताबिक़ दस में से छ: महिलायें रोज ही मेकअप करती हैं,चाहे उन्हें कोई देखे या न देखे.तीन में से एक महिलायें तो अब हमेशा अपने चेहरे पर मेकअप लगा कर रखती हैं जबकि दस प्रतिशत महिलायें सोते समय भी मेकअप में रहती हैं.
और अंत में इस सर्वेक्षण का सबसे महत्वपूर्ण खुलासा:खासकर पुरुषों के सामने बिना मेकअप में जाने में ज्यादातर महिलायें हिचकिचाती है.एक तिहाई से ज्यादा महिलायें मानती हैं कि यादे वे बिना मेकअप के अपने प्रेमियों के सामने हो जाएँ तो वे उन्हें पसंद नही करेंगे.तो इस वेलेंटाइन डे पर आप क्या सोच रहे हैं?
क्या मेकअप के बिना अधिकाँश महिलाओं का चेहरा लगता है डरावना?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 10, 2011
Rating:
इस वेलेनटाइन डे पे हम उन महिलाओं का खैरमकदम करते हैं जो बिना मेक अप के सहज रह लेती हैं।
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