चेतन मिश्रा - आई० आई० टी० (जे० ई० ई०) परीक्षा २०१०, में चयनित रैंक..७९३
व्यक्ति परिचय
नाम – चेतन मिश्रा
अभिभावक का नाम –श्री सुशील सांडिल्य
माता का नाम – प्रो० सुजाता झा
जन्म तिथि – २०-१२-१९९२
पता – वार्ड नं० २१, कर्पूरी चौक, मधेपुरा.
शैक्षणिक योग्यता
मैट्रिक- २००७ में-९२% अंक-एम०पी०एस० फारबिसगंज
इंटर – २००९ में-९०% अंक- जी०जी०पी०एस०,बोकारो
अंतिम चयन : आई० आई० टी० (जे० ई० ई०) परीक्षा २०१०, में चयनित रैंक..७९३
व्यक्ति विशेषताएं
आदर्श व्यक्तित्व-
मि०बी०सिंह,बोकारो(भौतिकी के शिक्षक)
मि०बी०सिंह,बोकारो(भौतिकी के शिक्षक)
अभिरूचियां - क्रिकेट,पढाई करना(वैसे IIT के समय अभिरूचियों को दबा कर रखना चाहिए)
सबल पक्ष -मेरी खूबियों व कमियों की मुझे जानकारी होना,अपनी क्षमता का एहसास
निर्बल पक्ष - लगातार बहुत देर तक पढाई नहीं कर सकना.
आई० आई० टी० (जे० ई० ई०) परीक्षा २०१०, में चयनित होकर नि:संदेह श्री चेतन मिश्रा ने एक गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल की है,जिसके लिए वह सभी प्रशंसा एवं हमारी बधाई के पात्र हैं.मधेपुरा टाइम्स के प्रबंध संपादक श्री राकेश कुमार सिंह के साथ उनकी महत्वपूर्ण बातचीत मूलरूप से यहाँ प्रस्तुत है ताकि हमारे पाठकों को उनके अनुभव प्रेरित कर सकें-
मधेपुरा टाइम्स: सबसे पहले मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से आपको इस उल्लेखनीय व् उत्कृष्ट सफलता के लिए हार्दिक बधाई.
श्री चेतन मिश्रा: जी बहुत बहुत धन्यवाद.
म० टाइम्स: आई० आई० टी० (जे० ई० ई०) परीक्षा २०१०में चयनित होकर आपको कैसा महसूस हो रहा है?क्या आप अपनी सफलता के प्रति आश्वस्त थे?
श्री चेतन मिश्रा: यह अब तक की सबसे कठिन परीक्षा थी,परन्तु मैं अपनी सफलता को लेकर बहुत हद तक आश्वस्त था.अपनी सफलता पर मुझे बहुत ज्यादा खुशी है.मुझसे सम्बंधित बोकारो के अन्य छात्र भी मेरी सफलता से काफी खुश हैं,और वे अब मेरे मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस करते हैं,इस बात को लेकर मुझे और ज्यादा खुशी है.चूंकि आई०आई०टी० में दो ही लगातार चांस होते है और दूसरे चांस में मैं अच्छे रैंक से सफल हुआ हूँ इसलिए बहुत खुशी है.
म० टाइम्स: परीक्षाफल आने के पूर्व सफल लोगों के बारे में आपके क्या विचार थे?
श्री चेतन मिश्रा: मुझे यह विश्वास था की इन परीक्षाओं में सफल व्यक्ति सही सोच रखकर सही दिशा में अध्ययन करने वाले ही होते हैं.दिमाग को उस स्तर तक ले जाना होता है जहाँ आप इन परीक्षाओं में सफल होने के लायक बन जाते हैं. मैं समझता हूँ की कठोर मिहनत की कोई आवश्यकता नहीं है,बल्कि अध्ययन सही दिशा में होना चाहिए.
म० टाइम्स: आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देना चाहेगे?
श्री चेतन मिश्रा: अपनी माँ,अपने मामा सुशील सांडिल्य,परिवार के सभी सदस्यों और गुरुजनों को.
म० टाइम्स: आपने कितने प्रयासों में यह सफलता अर्जित की?
श्री चेतन मिश्रा: यह मेरा दूसरा प्रयास था.पहले प्रयास में रैंक नीचे होने के कारण मैंने दाखिला नहीं लिया था.
म० टाइम्स: आपकी सफलता का मूल मंत्र क्या है?
श्री. चेतन मिश्रा: सफलता के पीछे एक कारण नहीं है.निगेटिव नहीं सोचना चाहिए.धैर्य के साथ मिहनत ही मेरी सफलता का मूल मन्त्र है.
म० टाइम्स: आपने इस परीक्षा को पास करने में क्या रणनीति अपनाई?
श्री चेतन मिश्रा: मुझे लिख कर याद करने में विश्वास नहीं था,प्रश्नों को देखकर ही हल करने का प्रयास मैंने किया जिससे मेरी दिमागी क्षमता में वृद्धि हुई.चूंकि इस परीक्षा में टाइम फैक्टर काफी महत्वपूर्ण होता है अत: मैं नियत समय में प्रश्नों को हल करने की रणनीति पर ज्यादा ध्यान दिया.
म० टाइम्स: किस शैक्षणिक स्तर पर परीक्षार्थियों को इन प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए?
श्री चेतन मिश्रा: इस तरह की परीक्षाओं में सफल होने के लिए शुरू से ही नया करने की प्रवृति होनी चाहिए.७-८ क्लास से ही दूसरे तरीके से सोचने की क्षमता का विकास करना चाहिए.और आगे सीखने की च्येष्टा होनी चाहिए.छात्रों को अपने आपको उसी सोच में ढाल लेना चाहिए.
म० टाइम्स: उन पत्रिकाओं,समाचार पत्रों व् पुस्तकों के नाम बताएँ जिन्हें आपने अपनी तैयारी हेतु अध्ययन किया?
श्री चेतन मिश्रा: NCERT की किताबें, Physics के लिए H.C.Verma तथा Resnik & Helliday की किताबें, Chemistry के लिए विदेशी लेखकों की पुस्तकें तथा Math के लिए खुद के फॉर्मूले और अच्छी किताबों का संकलन कर उनका अध्ययन मैंने किया.
म० टाइम्स: मधेपुरा के विद्यार्थियों में अक्सर पटना या अन्य जगह जाकर कोचिंग संस्थानों में पढाई करने का रुझान रहता है,इस सम्बन्ध में आप क्या सोचते हैं?
श्री चेतन मिश्रा: कोचिंग में विशेष दिशानिर्देश मिलने के कारण अन्य परीक्षार्थियों से बढ़त मिल जाती है. अकेले में बहुत कुछ पता नहीं चलता है.अन्य प्रतियोगी छात्रों के साथ तैयारी करने पर अपनी स्थिति का पता चलता है.मैंने भी Brilliant Tutorials, Delhi से इस परीक्षा हेतु कोचिंग क्लास ली थी.
म० टाइम्स: मधेपुरा के आगामी परीक्षार्थियों खासकर ग्रामीण व आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र-छात्राओं को आप क्या सन्देश देना चाहेंगे?
श्री चेतन मिश्रा: ग्रामीण व आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र-छात्राओं में भी यदि क्षमता है तो वे कहीं रूकेंगे नहीं.उन्हें दिमागी रूप से सक्षम होना चाहिए.पटना का सुपर-३० ऐसे छात्रों को कोचिंग क्लास देने के लिए है जहाँ ऐसे ही छात्रों को शत-प्रतिशत सफलता मिलती है.कोटा में भी ऐसे छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है.
म० टाइम्स: आपका अगला लक्ष्य क्या है?
श्री चेतन मिश्रा: सिविल सेवा ही मेरा अगला लक्ष्य होगा.
म० टाइम्स: आपने जो समय व् सहयोग दिया उसके लिए धन्यवाद.हम आपके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.
श्री चेतन मिश्रा: जी,धन्यवाद.
चेतन मिश्रा - मधेपुरा का आई० आई० टी० टॉपर
Reviewed by Rakesh Singh
on
May 29, 2010
Rating:
I m so haapy for chetan .Behind this there is hard labour and blessings of Sujata mam and Sushil sir . So proud of his parents ...
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