फीका-फीका सा दिखता है मधेपुरा में नववर्ष का पहला दिन

वि० सं०/01/12/2013
देश के अन्य हिस्सों से जहाँ नववर्ष के समारोह को पहले की तरह धूमधाम से नहीं मनाने के समाचार मिल रहे हैं वहीं मधेपुरा में भी वर्ष 2013 के स्वागत के जोश में निश्चय ही कमी नजर दिखी.
            हालाँकि रात के बारह बजे कई लोगों ने पूर्व की तरह पटाखे जला कर नए साल का स्वागत किया पर आज दिन में सड़कों पर चहल-पहल पहले की तरह नहीं दिखी. दिल्ली में हुए गैंगरेप पीड़िता की मौत से जहाँ मधेपुरा में भी अधिकाँश संवेदनशील लोग आहत थे वहीं बची-खुची कसर जिला मुख्यालय में हुई कल की आपराधिक घटना ने पूरी कर दी. गम और दहशत के साये में नववर्ष की खुशियाँ मनाने वालों में भी अधिकाँश लोगों ने इसे सादे ढंग से ही मनाना बेहतर समझा. मनोरंजन स्थल की बजाय बहुत से लोग मंदिरों में ईश्वर को नमन कर की वर्ष के पहले दिन की शुरुआत की. दूसरी तरफ पियक्कड़ों को इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिखा और देर रात और आज भी शराब के दुकानदारों ने जमकर शराब बेची. हालाँकि पुलिस प्रशासन की गाड़ियां सड़कों पर दौड़ती रहीं जिसके कारण सड़कों पर हुल्लड़बाजी नही हो सका.
            जिला मुख्यालय के कॉमर्स कॉलेज के मैदान पर पूर्व की तरह गणेश स्थान, तुनियाही और भिरखी नवटोल के युवाओं ने भूमि पूजन और हवं किया और मधेपुरा की मंगलकामना के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. रत्नदीप कुमार, प्रेमचंद, लल्लू, संजीत, राजकुमार, सुनील, छोटू, राम प्रसाद शर्मा, नीरज, नितेश, प्रवीण, विक्रम आदि युवाओं ने बताया कि आज के दिन वे भगवान की पूजा ही करते हैं और उनसे मांगते हैं कि जिले समेत देश के लोगों को सदबुद्धि दे ताकि सबका कल्याण हो सके.
फीका-फीका सा दिखता है मधेपुरा में नववर्ष का पहला दिन फीका-फीका सा दिखता है मधेपुरा में नववर्ष का पहला दिन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 01, 2013 Rating: 5

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