राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर शनिवार को सुबह से हीं कोर्ट परिसर में पक्षकारों की भारी भीड़ देखी गई।अत्यधिक लंबित व सुलहनीय मामलो के त्वरित और निःशुल्क निष्पादन को लेकर कोर्ट परिसर में ग्यारह बेंचों में न्यायिक अधिकारी एवं न्यायिक कर्मी सहित ग्यारह अधिवक्ताओं को प्रतिनियुक्त किया गया।
मौके पर प्रधान जिला जज सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष बलराम दूबे आयोजित लोक अदालत में सभी बेंचो का निरीक्षण कर पिठासीन अधिकारिओं को आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने लोक अदालत में अपने मामलो का निष्पादन कराने आये लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित बेंच में मौजूद पिठासीन अधिकारिओ को मामले में सहानुभूति पुर्वक विचार कर मामले का निष्पादन करने को कहा। उन्होंने वर्तमान समय में न्याय की आश लगाए लोगो को हो रही असुविधा और वेबजह परेशानी से निजात पाने के लिए लोक अदालत को एक बेहतर मंच बताया है। उन्होंने कहा की लोक अदालत ही एक मात्र ऐसी व्यवस्था है जहाँ किसी भी तरह के शुलहनीय मामलों का निःशुल्क और त्वरित निष्पादन सम्भव है। उन्होंने कहा की लोक अदालत विभिन्न तरह के सुलहनीय मामलो का त्वरित और निःशुल्क निष्पादन का एकमात्र बेहतर मंच हैं।यहाँ निष्पादन किये गए मामलो में कही से भी अपील की कोई गुंजाइस नहीं हैं।
मामलो के निष्पादन के लिए ग्यारह बेंचो का गठन किया गया।
जिसमे प्रथम बेंच में एडीजे (1)विरेंद्र कुमार चौबे, एडीजे(1) सभी तरह के सुलहनीय आपराधिक केस सहित बिजली से जुड़े मामले देख रहे थे। द्वितीय बेंच में एडीजे (3),विकास मिश्र एम ए सी टी सहित सुलहनीय आपराधिक केसो को देख और निवटा रहे थे।तृतीय बेंच में एडीजे (6) अमित कुमार पाण्डेय यू बी जी बी, बी इस एन एल, फ़ाइनन्स सहित सेन्ट्रल बैंक के मामले देख रहे थे।चतुर्थ बेंच में एडीजे (4) धीरेन्द्र कुमार राय धारा 107, 144, दाखिल ख़ारिज परिवाहन यातायात एवं चालान सहित बैंक आफ बड़ोद से जुड़े मामलों को देख रहे थे। वही पांचवे बेंच में राजेश कुमार एडीजे (8) वन विभाग, श्रम, मापतौल, नीलम पत्र, खनिज से जुड़े मामले सहित वैसे सुलहनीय आपराधिक मामले को देख और निबटा रहे थे, जो किसी भी बेंच में प्रस्तुत नहीं किये गए हो। छठे बेंच में एडीजे (9) रघुवीर प्रसाद एसबीआई, इंडियन बैंक सहित फ़ाइनान्स से जुड़े मामले को देख रहे थे । जबकि सातवे बेंच में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नूतन कुमारी सभी तरह के सुलहनीय आपराधिक मामलों को देख और निबटा रहे थे। आठवें बेंच में एसीजेएम योगेश मिश्रा विभिन्न तरह के सुलहनीय आपराधिक केसो को देख रहे थे। नवें बेंच में ऐसीजेएम (3) शोभा सभी तरह के आपराधिक मामलों को निबटा रहे थे। दशवें बेंच में एसडीजेएम आशुतोष अभिमन्यु सभी सुलहनीय मामलों को निबटा रहे थे। वहीँ ग्यारहमें बेंच में जेएम प्रथम सुबोध कुमार विभिन्न तरह के सुलहनीय आपराधिक मामलों को देख और निबटा रहे थे।
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 13, 2025
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