हादसे के तुरंत बाद अन्य मजदूरों ने सभी घायलों को मुरलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. मो. मेराज आलम ने सचेन कुमार (25 वर्ष) को मृत घोषित कर दिया। घायलों में सुशील यादव (35 वर्ष) और राकेश कुमार (25 वर्ष) शामिल हैं, जिनका प्राथमिक उपचार किया गया।
शटडाउन नहीं होने से हुआ हादसा: घायल मजदूर का बयान
घायल सुशील यादव ने बताया कि पोल गाड़ने से पहले कंपनी के इंजीनियर से बिजली शटडाउन की बात की गई थी। इंजीनियर ने बताया था कि लाइन का शटडाउन ले लिया गया है और कार्य किया जा सकता है। जैसे ही पोल गड्ढे में गिराया गया, वह ऊपर से गुजर रही 33 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से सट गया। उस समय तीन मजदूर पोल को पकड़ कर खड़ा कर रहे थे।
झटका लगते ही दो मजदूर दूर जा गिरे, जबकि सचेन कुमार पोल के संपर्क में ही रह गए और गंभीर रूप से झुलस गए। घटना के बाद कंपनी के कर्मी मौके से फरार हो गए।
मृतक की पहचान जोरगामा पंचायत अंतर्गत महेशुवा वार्ड-6 निवासी सचेन कुमार (25 वर्ष), पिता स्व. जगदीश यादव के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। देर शाम तक शव सीएचसी में ही रखा गया था।
विद्युत विभाग के एसडीओ तारानंद कुमार ने बताया कि मुरलीगंज पावर ग्रिड से जीतापुर तक 33 हजार वोल्ट की नई लाइन के लिए पोलिंग का कार्य किया जा रहा था। यह हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जहां काम हो रहा था, वह इलाका कई हाई वोल्टेज लाइनों के नीचे आता है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि लापरवाही किस स्तर पर हुई।
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि मृतक के शव की पहचान परिजनों की उपस्थिति में कराई गई और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आवेदन प्राप्त होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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