गुरुवार को स्नातक पास छात्राएं प्रोत्साहन राशि के आवेदन सुधार के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची थीं। ज्यादातर छात्राओं का आवेदन पुराने लाइब्रेरी के बाहर बने काउंटर पर लिया जा रहा था। इसी बीच कुछ छात्राएं नोडल कार्यालय के अंदर पहुंचीं। लड़कियों के अंदर जाने पर बाहर से ताला लगा दिया गया।
कार्यालय के बाहर खड़े कुछ लोगों ने इसे देख कर फेसबुक लाइव कर सवाल उठाया। पहले तो वहां मौजूद कर्मचारी ने कहा कि अंदर कोई नहीं है, लेकिन जब ताला खोला गया तो पदाधिकारी और छात्राएं बाहर निकले।
इस घटना के बाद छात्राएं और मौजूद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। नोडल पदाधिकारी से पूछा गया कि आखिर
ताला बंद कर अंदर क्यों बैठे थे? इस पर उनका कहना था कि छात्राओं के पिता के नाम में गड़बड़ी थी, उसी का सुधार किया जा रहा था।दरअसल, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत 2022, 2013 और 2024 में उत्तीर्ण छात्राओं का आवेदन लिया जा रहा है। आवेदन की प्रक्रिया 26 अगस्त से शुरू हुई। इसकी अंतिम तिथि 5 सितंबर है। अंतिम तिथि नजदीक आते ही विश्वविद्यालय में छात्राओं की भीड़ उमड़ने लगी है। अधिकांश छात्राओं को आवेदन करते समय इनवेलिड डाटा बताया जा रहा है। गुरुवार को छात्राओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस को बुलानी पड़ी। सदर थाने की पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल किया।
मामले पर परीक्षा नियंत्रक डॉ. शंकर कुमार मिश्रा ने कहा कि घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दे दी गई है। छात्राओं को घबराने की जरूरत नहीं है। डेटा में सुधार के लिए दो अलग काउंटर बना दिए गए हैं, ताकि किसी को दिक्कत न हो। वहीं कुलसचिव प्रो. अशोक कुमार ठाकुर ने बताया कि नोडल पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारियों से शोकॉज पूछा जा रहा है, विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
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