प्रशिक्षण के दौरान प्रो. सनोज कुमार ने भारतीय संगीत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संगीत मानव जीवन का अभिन्न अंग है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि मन और आत्मा को शांति प्रदान करने वाला माध्यम भी है। संगीत दुख के समय संबल देता है और सुख में उत्साह को दोगुना कर देता है। उन्होंने कहा कि यह भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे सरल और सशक्त तरीका है।
वैज्ञानिक दृष्टि से भी संगीत को तनाव कम करने, रक्तचाप नियंत्रित रखने और मानसिक स्वास्थ्य सुधारने में उपयोगी बताया गया। बच्चों के विकास से लेकर बुजुर्गों की तंदुरुस्ती तक संगीत हर उम्र के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।
प्रशिक्षण सत्र में विभिन्न रागों – जैसे मेघ मल्हार, दीपक, बसंत आदि के महत्व और प्रभाव पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को भारतीय शास्त्रीय संगीत की ओर आकर्षित करना और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखना रहा।

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