जानकारी हो कि आज वट वृक्ष की पूजा अर्चना का विधान है. इस अवसर पर फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल और कोषाध्यक्ष मनीष आनंद ने कहा आज वट सावित्री पूजा का पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए अपने पतियों के लिए निर्धारित प्रमुख पर्वो में एक है लेकिन आज यह कैसी पूजा? टूटी हूई टहनी में जान नहीं होती है. सनातन धर्म में वृझ न केवल हमारे धार्मिक हिस्सा और सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाता है. कल्याण तब होगा जब आसपास खाली जगहों में यह वृक्ष लगाया जाय और जहां ये अबतक बचे हुए हैं उन्हें विकास की अंधी दौड़ में कटने से रोका जाए.
वट वृक्ष पौधारोपण सुहागिनों के द्वारा किया गया. इस अवसर पर काजल कुमारी, चंदा कुमारी, पिंकी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, धाणा देवी, रिंकू कुमारी, गुंजन देवी, बबीता देवी, किरण देवी, रीना देवी, मनीषा देवी, सुमित्रा देवी मौके पर फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल, कोषाध्यक्ष मनीष आनंद, मुकेश कुमार यादव, सोनू भगत, प्रिंस कुमार यादव, बिट्टू चौरसिया, सुरज चौरसिया, सुरेन्द्र कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.

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