कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि बिहारीगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी भारत कुमार सिंह एवं डा.पुरूषोत्तम मेहता के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में अध्यनरत भैया बहनों के 180 दादा-दादी तथा नाना नानी अभिभावकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में विद्या भारती विद्यालयों के कार्य की सराहना की।उन्होंने कहा कि बच्चों के माता-पिता की व्यस्तता के कारण समुचित समय नहीं दे पाते है। ऐसी स्थिति में घर पर दादा-दादी व नाना नानी का संपूर्ण संरक्षण बच्चों को प्राप्त होता है। उनके अंदर सामाजिक गुण का विकास होता है तथा उसका संस्कार बनता है।
प्रधानाचार्य दिनेश झा ने बताया कि सर्वांगीण विकास में दादा दादी नाना नानी एवं वरीय परिजनों की महती भूमिका रहती है। जो शिक्षा संस्कार दादा दादी नाना नानी के संसर्ग में मिलता है वह किताबों में उल्लेखित नहीं है। बच्चे सहजता से अपने अंदर सद्भाव सहयोग एवं चारित्रिक गुण का विकास करते हैं।
कार्यक्रम को सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य शर्मिला कुमारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे। जबकि दादा-दादी व नाना-नानी के रूप में शिव शंकर ठाकुर, सुरेश प्रसाद मंडल, सुमित कुमार सिंह, गीता सिंह, निर्मला देवी, कल्याणी देवी, शकुंतला देवी, पुलकित साह, उमा देवी, चंद्रमणि देवी, अरुण कुमार, रमेश साह सहित अन्य अभिभावक कार्यक्रम में मौजूद रहे। जबकि आचार्य के रूप में रीता देवी द्वारा शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। मंच का संचालन बच्चन शाह के द्वारा किया गया।
(रिपोर्ट: राने देवी/ मधेपुरा टाइम्स)

No comments: