शानदार मधेपुरा टाइम्स। बेमिसाल 15 साल।

 'मुझको चलना है अकेला, है अभी मेरा सफ़ऱ,

  रास्ता रोका गया तो काफ़िला हो जाऊंगा'।

              -वसीम वरेलवी

शानदार मधेपुरा टाइम्स। बेमिसाल 15 साल। जन उम्मीद और जन-आकांक्षाओं की सीढ़ी -दर-सीढ़ी चढ़कर आपने वह साबित कर दिखाया, जो 15 साल पहले केवल परी-कथा सरीखी थी। मधेपुरा टाइम्स के संस्थापक सदस्य के रूप में मैने आपके संघर्षों को देखा, आपकी भावनाओं को समझा, आपकी धड़कन को हर पल महसूस किया ।

मैं जानता हूँ कि आपका सफर आसान नही था। उस वक्त कम लोग ही इंटरनेट के 'आई' और 'टी' से वाकिफ थे और अगर वाकिफ़ भी थे तो न्यूज़ पोर्टल की शक्ल में ढालना समाचार की दुनिया मे नायाब ट्रेंड था। राकेश (Rakesh Kumar Singh) और वरिष्ठ पत्रकार रुद्रनारायण (Rudra Narayan Yadav) के अमूल्य योगदान से मधेपुरा टाइम्स ने ऊंची उड़ान भरी। रिंकू जी (Rinku Singh) ने मधेपुरा टाइम्स के लालन-पोषण में कोई कसर नही छोड़ी, आप सबों को धन्यवाद। इसके अलावे इससे जुड़े हुए सभी पत्रकारों का भी धन्यवाद जिन्होंने इस पौधे को सींच कर एक मजबूत पेड़ बनाया है ।

पत्रकारिता आज संक्रमणकालीन दौर से गुजर रहा है। मीडिया पहले गोदी-मीडिया, फिर सुपारी मीडिया और अब गिद्ध मीडिया में तब्दील हो गया, आप सब प्रत्यक्षदर्शी हैं। लेकिन, आपने 'पत्रकारिता धर्म' के साथ कोई समझौता नही किया, यह बड़ी बात है। आशा है, जब आगे भी सफर जारी रहेगा तो मधेपुरा टाइम्स की अस्मिता, तेवर और पहचान भी बरकरार रहेगी। अपनी बात यहीं समाप्त कर रहा हूँ कि 

   'अगर एहसास बयां हो जाते लफ्जों से,

 तो फिर कौन करता तारीफ़ खामोशियों की'।

    सभी सुधि पाठकों को बधाई और शुभकामनाएं।


-पंकज भारतीय 

संस्थापक संपादक 


शानदार मधेपुरा टाइम्स। बेमिसाल 15 साल। शानदार मधेपुरा टाइम्स। बेमिसाल 15 साल। Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 21, 2025 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.